Corona Symptoms: कोरोना संक्रमण देश में तेजी से बढ़ रहा है. हर दिन 10 हजार से अधिक केस देखने को मिल रहे हैं. राहत वाली बात यह है कि कोरोना अब वर्ष 2021 जितना खतरनाक नहीं है. मगर चिंता करने वाली बात यह है कि इसकी संक्रामक दर बहुत अधिक हो गई है. जिन लोगों को वैक्सीन लग चुकी है. जिन लोगों में इम्यून सिस्टम मजबूत है. उन्हें भी कोरोना नहीं छोड़ रहा है. वहीं सबसे बड़ी परेशान करने वाली बात ये है कि कोविड होने के बाद जो लक्षण देखने को मिल रहे हैं. वो भी परेशान करने वाले हैं. एक महिला को तो कोविड होने के बाद गंभीर नतीजे भुगतने को मिले हैं. 


महिला ने बताया, कोविड के बाद कम सुनाई देना शुरू


यूनिवर्सिटी ऑफ साउथ ऑस्ट्रेलिया में नर्सिंग लेक्चरर किम गिब्सन ने कोविड को लेकर अपने अनुभव शेयर किए हैं. उनके ये अनुभव ब्रिटिश मेडिकल जर्नल में प्रकाशित हुए हैं. रिपोर्ट के अनुसार, गिब्सन ने बताया कि वर्ष 2022 में हल्का कोविड हुआ. कुछ लक्षण दिखे, मगर वो कुछ दिन में ही ठीक हो गए. लेकिन इसके कई सप्ताह बाद चक्कर आना और टिनिटस (कान बजने) के साथ-साथ एक कान से कम सुनाई देने की समस्या रहने लगी. डॉक्टरों ने जांच में सेंसरिनुरल हियरिंग लॉस की पुष्टि की. इसके पीछे वजह कोविड को बताया गया. 


कुछ लक्षणों में हुआ सुधार


गिब्सन ने बताया कि डॉक्टरों ने उनका इलाज शुरू कर दिया. तय समय पर दवाएं ली. धीरे धीरे सुनाई देने में सुधार हुआ. लेकिन कान में सन्न सन्न की आवाज अभी भी आती है. गिब्सन ने बताया कि उन्हें कोविड का लॉन्ग इफेक्ट हुआ है. लोगों को अभी भी कोविड से अलर्ट रहने की जरूरत है.  


स्टडी में भी सामने आया


कोविड के संक्रमण के बाद होने वाले बहरेपन को लेकर स्टडी की गई. स्टडी में सामने आया कि कोविड से अचानक बहरेपन या सुनने की क्षमता खोने का खतरा बहुत अधिक हो जाता है. हल्के लक्षण तो आमतौर पर देखने को मिलते हैं. अध्ययनकर्ताओं का कहना है कि सडेन सेंसरिनुरल हियरिंग लॉस को अचानक होने वाला बहरापन माना जाता है. ये कोविड का साइड इफेक्ट हो सकता है. हालांकि बहुत लोगों में ऐसी दिक्कत नहीं देखी गई. कुछ लोगों में लंग्स, हार्ट, ब्रेन, किडनी पर भी कोरोना का निगेटिव असर देखने को मिला है. 


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.