नई दिल्लीः एक हालिया रिसर्च ने "नर्स हेलथ रिसर्च" के आंकड़ों का विश्लेषण किया. परिणाम साबित हुए कि जन्म के माह और हृदय रोग मृत्यु दर के बीच संबंध है. रिसर्च में यह भी निष्कर्ष निकाला गया है कि जिन महिलाओं का जन्म दिसंबर में हुआ है उनमें मार्च और जुलाई के बीच जन्म लेने वाली महिलाओं की तुलना में हृदय रोगों से मरने का खतरा कम होता है.
रिसर्च में 116,911 महिलाओं के डेटा शामिल थे, जिन्होंने नर्सों के रूप में काम किया था. शोध ने समग्र मृत्यु दर और विशेष रूप से हृदय रोग के कारण होने वाली मौतों का विश्लेषण किया.
हृदय रोग और जिस मौसम में एक व्यक्ति का जन्म हुआ था, उसके बीच संबंध देखने पर पाया गया कि व्यक्ति किस माह में पैदा हो रहा है उस अनुसार उसमें विटामिन डी की कमी थी, जो जन्म के महीने के अनुसार बदलती है.
38 वर्षों में 43,248 मौतें दर्ज की गईं, जिनमें से 8,360 मौतें हृदय रोग से जुड़ी थीं. जबकि समग्र मृत्यु दर और व्यक्ति के जन्म के महीने के बीच कोई संबंध नहीं पाया गया.
हालांकि, वसंत और गर्मियों में पैदा होने वाली महिलाओं में शरद ऋतु और सर्दियों में पैदा होने वाली महिलाओं की तुलना में हृदय रोग से संबंधित मृत्यु दर अधिक थी. दिसंबर में जन्म लेने वाली महिलाओं में सबसे कम मृत्यु दर और अप्रैल में पैदा होने वाली महिलाओं में सबसे अधिक थी.
रिसर्च में केवल महिलाएं शामिल थीं, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि परिणाम पुरुषों के लिए भी समान हो सकते हैं.
ये खबर रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.