Air Pollution Health Diseases: भारत की राजधानी दिल्ली में हर साल सर्दियों के मौसम में प्रदूषण एक बड़ी समस्या बन जाती है. AQI 400-500 के पार चला जाता है. सरकारों की तमाम कोशिशों के बावजूद प्रदूषण की परेशानियों से हर साल लोगों को जूझना पड़ता है. दिल्ली दुनिया के सबसे प्रदूषित शहरों में शामिल है. सर्दियों के मौसम में यहां छाने वाली धुंध 'फॉग' (कोहरा) नहीं 'स्मॉग' कहलाती है, क्योंकि प्रदूषण का स्तर इतना ज्यादा हो जाता है कि सुबह के समय विजिबिलिटी भी कम हो जाती है. प्रदूषण के संपर्क में आने वाले ज्यादातर लोगों को तरह-तरह की शारीरिक समस्याएं भी झेलनी पड़ती है. लेकिन क्या आप जानते हैं कि लंबे समय तक प्रदूषण के संपर्क में बने रहने से आपको दिल और न्यूरोलॉजिकल समस्याएं हो सकती हैं? जी हां आप सही सुन रहे हैं. अगर आप भी प्रदूषित हवा के कॉन्टैक्ट में ज्यादा देर तक बने हुए हैं तो यह कार्डियक अरेस्ट, स्ट्रोक और गैस्ट्रिक प्रॉब्लम का कारण बन सकती है.


प्रदूषण एक धीमा जहर


यूनाइटेड किंगडम (UK) में किए गए एक नए अध्ययन से इस बात की पुष्टि होती है कि वायु प्रदूषण एक धीमे जहर के समान है. इस प्रदूषण का असर भले ही आपको अभी महसूस न हो, लेकिन आने वाले समय में आप इससे जुड़ी परेशानियों से गंभीर रूप से पीड़ित हो सकते हैं. ब्रिटेन के इस अध्ययन से मालूम चलता है कि वायु प्रदूषण के प्रभाव रोजमर्रा की बीमारियों के रूप में छिपे हुए हैं, जिन्हें आप सामान्य परेशानी समझकर इग्नोर कर देते हैं. रिसर्चर्स ने यूके बायोबैंक के हेल्थ डेटा का अध्ययन किया और पाया कि प्रदूषित क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को एक से ज्यादा दीर्घकालिक बीमारी होने की संभावना अधिक होती है. ये अध्ययन 40 से 69 साल के 3,60,000 से ज्यादा लोगों के हेल्थ डेटा का एनालिसिस करके किया गया था.


लॉन्ग टर्म बीमारियों को दे सकता है जन्म


इस खतरनाक अध्ययन में पाया गया कि वायु प्रदूषण के संपर्क में आने वाले लोगों में कई न्यूरोलॉजिकल, सांस और दिल संबंधी बीमारियां जन्म ले सकती हैं. इसके अलावा, वे मानसिक स्वास्थ्य के बिगड़ने जैसे डिप्रेशन और तनाव आदि से भी प्रभावित हो सकते हैं. इस अध्ययन के आधार पर यह कहा जा सकता है कि वायु प्रदूषण कई लॉन्ग टर्म बीमारियों को जन्म दे सकता है और लोगों के जीवन को प्रभावित कर सकता है.


क्यों होता है दिल्ली में 'प्रदूषण'


हर साल सर्दियों की शुरुआत में दिल्ली अपने प्रदूषण के स्तर को लेकर हमेशा चर्चा का विषय बनी रहती है. यहां की हवा की गुणवत्ता काफी हद तक बिगड़ जाती है. ऐसे कई कारक हैं, जो दिल्ली की जहरीली हवा में अपना योगदान देते हैं. इनमें से एक कारण पड़ोसी राज्य- पंजाब और हरियाणा में जलाई जाने वाली पराली होती है. पराली के जलने से निकलने वाला धुआं हर साल दिल्ली को बुरी तरह प्रभावित करता है. इसके अलावा, दिवाली में फोड़े जाने वाले पटाखे भी राजधानी की हवा को प्रदूषित करते हैं. 


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