नई दिल्लीः दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में गिरावट के साथ प्रदूषण का स्तर कल फिर बढ़ गया. इसी का नतीजा है कि बीते रविवार भारत और श्रीलंका के बीच दिल्ली के फिरोजशाह कोटला में खेले जा रहे तीसरे और अंतिम टेस्ट मैच के दूसरे दिन का खेल प्रदूषण के कारण दो बार रोका गया.


आलम ये था कि लंच के बाद प्रदूषण के बढ़ते स्तर के कारण श्रीलंका के खिलाडी मास्क लगाकर मैदान पर उतरे. खराब वायु गुणवत्ता के कारण 123वें और फिर 127वें ओवर में दो बार 17 और पांच मिनट के लिए खेल रोकना पड़ा.


केंद्रीय प्रदूषण बोर्ड (सीपीसीबी) के आंकड़ों के मुताबिक, दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 500 के पैमाने पर 351 रहा. ज्ञात हो 301 और 400 के बीच वायु की गुणवत्ता को ‘बेहद खराब’ श्रेणी में रखा जाता है. इस स्थिति में लंबे समय तक रहने पर सांस लेने में तकलीफ की समस्या हो सकती है. हवा की गति में गिरावट और वायु में नमी में वृद्धि को प्रदूषण में बढ़ोतरी का कारण बताया.


पीएम की मात्रा पूरे दिन बढ़ती रही. सीपीसीबी की पीएम 2.5 और पीएम 10 की रीडिंग 351 माइक्रो ग्राम प्रति क्यूबिक मीटर (ug/m3) रही.



जब पीएम 2.5 की रीडिंग 300 ug/m3 से ऊपर और पीएम 10 की रीडिंग 500 ug/m3 को पार कर जाती है तो प्रदूषण को ‘गंभीर से ज्यादा’ या आपात स्थिति में माना जाता है. पीएम 2.5 और पीएम 10 की 24 घंटे की सुरक्षित सीमा 60 और 100 है.


कुछ दिनों पहले ही सीपीसीबी की वायु प्रयोगशाला के प्रमुख दीपांकर साहा और सफर का अनुमान भी था कि पीएम का स्तर अगले कुछ दिनों में धीरे-धीरे बढ़ेगा, ये अनुमान रविवार को भी दि‍खा.