नयी दिल्ली: दिल्ली में दो दिनों के भीषण कोहरे के कारण वायु प्रदूषण की स्थिति गंभीर होने पर इसे आपात श्रेणी में रखा गया है. हालांकि वायु प्रदूषण का संकट दिल्ली वालों के नये साल के जश्न के लिये घरों से निकलने से नहीं रोक सका.
केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के वायु गुणवत्ता सूचकांक पर दिल्ली में कल हवा की गुणवत्ता का स्तर 400 अंक पर दर्ज किये जाने के कारण इसे ‘बहुत खराब’ श्रेणी में रखा गया है. हालांकि कल भी सूचकांक पर दिल्ली की हवा की गुणवत्ता का स्तर 398 के स्तर पर था. न्यू ईयर ईव पर नये साल के जश्न के दौरान की गयी आतिशबाजी से भी हवा की गुणवत्ता खराब हुयी है.
वायु गुणवत्ता सूचकांक पर शून्य से 50 अंक तक हवा की गुणवत्ता को अच्छा, 51 से 100 तक संतोषजनक, 101 से 200 तक सामान्य, 201 से 300 के स्तर को खराब, 301 से 400 के स्तर को बहुत खराब और 401 से 500 के स्तर को गंभीर श्रेणी में रखा जाता है. सीपीसीबी की कल की रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में शाम छह बजे प्रदूषक तत्वों पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर 311 और 471.5 दर्ज किया गया.
इन तत्वों का स्तर 300 से 500 के बीच होने पर वायु प्रदूषण के स्तर को आपात श्रेणी में रखा जाता है. इनका सामान्य स्तर 60 से 100 के बीच होना चाहिये.
इस बीच शहर में कल सुबह घना कोहरा होने के कारण न्यूनतम तापमान गिरकर 5.7 डिग्री सेल्सियस पर आ गया. हालांकि इसके बावजूद नये साल की खुशी में सराबोर दिल्ली वालों के कदम जश्न मनाने के लिये घरों से निकलने से नहीं रुके. देर शाम नये साल पर घूमने फिरने के लिये भारी संख्या में लोगों के निकलने से इंडिया गेट और कनाट प्लेस सहित मध्य दिल्ली के अधिकांश इलाकों में कई घंटों तक ट्रैफिक जाम रहा.