नयी दिल्ली : पंजाब और हरियाणा में किसानों द्वारा पराली जलाने में कमी के बावजूद दिल्ली में हवा की गुणवत्ता में सुधार की कोई गुंजाइश नहीं है. मौसम विभाग और केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के पूर्वानुमान में अगले कुछ दिनों में दिल्ली के वायु प्रदूषण बढ़ने की आशंका जतायी है.


कोहरे की परत भी घेरने लगेगी-
बोर्ड के सदस्य सचिव ए सुधाकर ने बताया कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक अगले कुछ दिनों में उत्तर प्रदेश की ओर से आने वाली पूर्वी हवाओं के कारण दिल्ली की हवा में नमी बढ़ेगी. इससे आगामी 29 अक्तूबर तक दिल्ली पर कोहरे की परत भी घेरने लगेगी. परिणामस्वरूप वाहनों, कचरे का धुंआ और धूलकण जमीन से मामूली ऊंचाई पर ही छाये रहेंगे.


हवा में प्रदूषक तत्वों में तेजी से इजाफा-
सुधाकर ने कहा कि इससे 29 अक्तूबर के बाद दिल्ली की हवा में प्रदूषक तत्वों की सघनता में तेजी से इजाफा होना तय है.


सुधाकर ने इस पूर्वानुमान को अच्छा और बुरा, दोनों श्रेणियों में रखते हुये स्पष्ट किया कि दिल्ली के प्रदूषण में पिछले सालों से उलट इस साल पंजाब और हरियाणा में पराली जलाने से उठा धुंआ बेअसर रहा है.


सुधाकर ने दलील दी कि दिल्ली में उत्तर पश्चिमी और पश्चिमी हवायें नमींयुक्त नहीं होती हैं लेकिन पंजाब और हरियाणा से पराली का धुंआ दिल्ली की ओर लाती हैं. इस समय उत्तर पश्चिमी और पश्चिमी हवाओं के बजाय पूर्वी हवाओं का रुख दिल्ली की ओर होने के कारण राष्ट्रीय राजधानी पराली के धुंये से होने वाला प्रदूषण के खतरे से फिलहाल मुक्त है.