नई दिल्ली: हाल ही में आई MCD की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले हफ्ते तक दिल्ली में डेंगू के तकरीबन 290 मामले दर्ज हुए हैं जो कि कुल मिला कर इस सीजन में 950 मामले हुए.


1 अगस्त को दिल्ली के सर गंगा राम अस्पताल में 12 साल के एक लड़के की डेंगू हेमरेजिक बुखार से मौत हुई जो इस मौसम में शहर में डेंगू के कारण पहली मौत थी.


26 अगस्त तक मलेरिया से प्रभावित लोगों की संख्या बढ़कर 473 हो गई है जबकि चिकनगुनिया का आंकड़ा 339 है.


950 मामलों में 435 प्रभावित लोग दिल्ली से थे बाकी मामले अन्य राज्यों के थे. 435 में 249 मामले केवल इसी महीने में दर्ज हुए.


ये बीमारियां मिड जुलाई और अंतिम नवंबर के बीच में रिपोर्ट हुईं. डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया तीनों बीमारियां इस बार मानसून के शुरुआत में ही फैलने लगीं.


डेंगू और चिकनगुनिया एडीस इजिप्ती मच्छर के काटने से होता है जो साफ पानी में पैदा होते हैं. मलेरिया एनोफेलीज मच्छर के काटने से होता है जो ताजा और गंदे पानी दोनों में ही पैदा हो सकते हैं.


रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में 1,27,334 घरों में मच्छरों के ब्रीडिंग की सूचना मिली है. सभी डिजीज़ को रोकने के लिए MCD ने चलते वाहनों में लाउडस्पीकर लगाकर क्यास करें और क्याड ना करें के बारे में बता रहे हैं और साथ ही साथ पैम्प्लेट्स बंटवाए जा रहे हैं.


दिल्ली सरकार ने एस्पिरिन और ब्रूफि‍न जैसी दवाइयों की बिक्री पर भी प्रतिबंध लगा दिया क्योंकि उनका उपयोग डेंगू और चिकनगुनिया मरीजों में खतरा पैदा कर सकता है.