ओलंपिक गेम दुनिया का सबसे बड़ा इवेंट है. जिसमें दुनिया भर के एथलीट्स पार्टीसिपेट करने आते हैं. इस बार बार पेरिस में ओलंपिक गेम का आयोजन किया जा रहा है. लेकिन अब दूसरी तरफ साइंटिस्ट ने चिंता जताते हुए कहा है कि इतने सारे लोगों का एक जगह पर होने के कारण यह डेंगू बुखार के लिए सुपर-स्प्रेडर इवेंट बन सकता है. इसलिए गेम के दौरान खास सावधानी की जरूरत है. 


पेरिस ने डेंगू के प्रकोप को रोकने के लिए खास इंतजाम


फ्रांसीसी अधिकारियों ने "डेंगू डिटेक्टिव" की भर्ती की है जो पेरिस में  जहां खेल आयोजित किए जाएंगे उसमें एशियाई टाइगर के मच्छर पर नज़र रखा जाएगा. 'द टेलीग्राफ' के मुताबिक दुनिया भर से लोग यहां आएंगे. ओलंपिक के दौरान पेरिस में काभी ज्यादा भीड़भाड़ रहेगा. अगर मौसम की बात करें तो गर्मी और बरसात दोनों रहेंगे इसके कारण कीड़े और मच्छर पनपने के चांसेस बढ़ जाएंगे. यही वजह है कि अनुमान लगाए जा रहे हैं कि डेंगू के मच्छर पनप सकते हैं. जिस तरीके से ग्लोबल वॉर्मिंग बढ़ रही है उस हिसाब से देखें तो 13 यूरोपीय देशों में तेजी में डेंगू के मच्छर पनपे हैं. 


डेंगू की बीमारी सिर्फ यूरोपीय मुद्दा नहीं है यह पूरी दुनिया के लिए मुसीबत बनी हुई है.  बीमारी की रोकथाम के लिए कई केंद्र रखे गए हैं.  सीडीसी के आंकड़ों के अनुसार, संयुक्त राज्य अमेरिका में भी मामले बढ़ रहे हैं.


डेंगू बुखार क्या है?


'वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन' (WHO) के अनुसार डेंगू बुखार एक वायरल इंफेक्शन है जो संक्रमित मच्छर के काटने से इंसान में फैलता है. डेंगू, जिसे ब्रेक-बोन बुखार के रूप में भी जाना जाता है. उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय जलवायु में अधिक आम है. गंभीर मामलों में डेंगू बुखार घातक हो सकता है.


डेंगू बुखार के लक्षण क्या हैं?


WHO के अनुसार बीमारी से पीड़ित अधिकांश लोगों में हल्के लक्षण या कोई लक्षण नहीं होंगे और एक से दो सप्ताह में ठीक हो जाएंगे. जिन लोगों में लक्षण विकसित होते हैं. वे आमतौर पर संक्रमित होने के चार से 10 दिन बाद बीमार महसूस करते  हैं और उनके लक्षण दो से सात दिनों तक बने रहेंगे. जैसे-


तेज बुखार (104°F)


गंभीर सिरदर्द


आंखों के पीछे दर्द


मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द


मतली


उल्टी


गले में सूजन आना


चकत्ते


दूसरी बार संक्रमित होने वाले लोगों को गंभीर डेंगू बुखार होने का खतरा होता है.


इन लक्षणों में शामिल हैं:


पेट में तेज़ दर्द


लगातार उल्टी


तेज़ सांस लेना


मसूड़ों या नाक से खून आना


थकान


बेचैनी


उल्टी या मल में खून आना


बहुत प्यास लगना


त्वचा का पीला और ठंडा होना


कमज़ोर महसूस होना


डब्ल्यूएचओ के अनुसार, डेंगू से ठीक होने के बाद भी लोग कई हफ़्तों तक थका हुआ महसूस करते हैं.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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