बारिश का मौसम आते ही कई सारी बीमारियां तेजी से फैलने लगती है. इस मौसम में डेंगू, मेलरिया और भी कई सारी मच्छर से संबंधित बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. डेंगू भी उन्हीं बीमारियों में से एक हैं. जिसका इलाज अगर सही वक्त पर किया जाए तभी इससे जान बचाई जा सकती है. अगर इसका वक्त रहते इलाज नहीं किया जाएगा तो इससे जान भी जा सकती है. पिछले कुछ सालों में हजारों लोगों की मौत इस डेंगू की बीमारी से हुई है. ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि कौन से महीने में यह बीमारी तेजी से फैलती है.
एडीज इजिप्टी मच्छर काटने से होता है डेंगू
डेंगू मादा मच्छर एडीज इजिप्टी मच्छर के काटने से होता है. इस मच्छर के शरीर पर चीते जैसी धारियां होती है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह मच्छर रात में नहीं बल्कि दिन में काटती है. ऐसे में रात से ज्यादा सुबह इन मच्छरों से बचना जरूरी है. सबसे हैरान कर देने वाली बात यह है कि यह मच्छर गंदे पानी में ही नहीं बल्की साफ पानी में भी पनपती है. अगर किसी स्थान पर पानी 3-4 दिन तक जमा है तो यह मच्छर उसमें पनप सकती है. इसलिए कूलर को इस मौसम में जरूर साफ करना चाहिए.
एडीज एजीपीटी मच्छर की उम्र एक महीना की होती है
डेंगू मच्छर का पीक सीजन अक्टूबर और नवंबर माना जाता है. डेंगू फैलाने वाले मच्छर एडीज एजीपीटी मच्छर की उम्र एक महीना तक की होती है. यह मच्छर तीन फीट से ज्यादा ऊंचा नहीं उड़ सकता है. इस कारण वह जब भी किसी को काटता तो केवल लोअर लिंब्स पर ही डंक मारता है. मादा मच्छर, कूलर, गमला और फ्लावर पॉट, छत पर पड़े पुराने बर्तनों और टायर में भरे पानी में भी जम सकता है. यह साफ पानी में भी अपने अंडे देती है. अंडों से लार्वा बनने में 2-7 दिन तक समय लगता है.
किन जगहों पर डेंगू का रहता है खतरा
डेंगू दुनिया भर में उष्णकटिबंधीय और उपोष्णकटिबंधीय जलवायु में पाया जाता है, ज्यादातर शहरी और अर्ध-शहरी क्षेत्रों में। हालांकि डेंगू के अनेक संक्रमण लक्षणविहीन होते हैं या केवल हल्की बीमारी उत्पन्न करते हैं, लेकिन वायरस कभी-कभी अधिक गंभीर मामलों का कारण बन सकता है, यहां तक कि मृत्यु भी हो सकती है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें : बारिश में फूड पॉइजनिंग के दौरान इन गलतियों से बचें, वरना बिगड़ सकती है सेहत