घी आयुर्वेदिक गुणों से भरपूर होता है. अगर यह फायदा करता है तो हद से ज्यादा इस्तेमाल सेहत के लिए नुकसानदायक भी हो सकता है. आज हम आपको बताएंगे दवा की तरह काम करने वाली घी किन बीमारी वाले मरीज को नहीं खाना चाहिए. इंडियन किचन में घी का एक खास महत्व है. पूजा पाठ से लेकर बीमारी हो या हमारी डेली डाइट हम भारतीय घी का इस्तेमाल काफी ज्यादा करते हैं. आयुर्वेद के हिसाब से घी का अपना एक खास महत्व है. रोजाना इसे खाने से कई तरह की बीमारी छू-मंतर हो जाती है. देसी घी पाचन तंत्र के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद तो होता ही है साथ ही कब्ज जैसी समस्या में भी आराम देता है. कुल मिलाकर बात यह है कि घी हमारी सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होता है. लेकिन क्या आप जानते हैं घी कुछ लोगों के लिए काफी ज्यादा खतरनाक है. खासकर इन बीमारी वाले लोगों के लिए घी बेहद खतरनाक साबित होता है.
इन बीमारी वाले लोगों के लिए घी खतरनाक साबित हो सकता है
कोलेस्ट्रॉल की बीमारी
घी में सैचुरेटेड फैट काफी ज्यादा होता है. जिसके कारण अगर आप इसे ज्यादा खाते हैं तो बैड कोलेस्ट्रॉल काफी ज्यादा बढ़ जाता है. ज्यादा घी खाने से नसों में ब्लॉकेज की समस्या बढ़ जाती है. साथ ही साथ ब्लड सर्कुलेशन रुकने लगता है. साथ ही साथ दिल से जुड़ी बीमारी का खतरा भी बढ़ जाता है.
पेट से जुड़ी बीमारी
जिन लोगों को पेट से जुड़ी किसी भी तरह की परेशानी या बीमारी है उन्हें भी घी नहीं खाना चाहिए. क्योंकि इससे हाजमा भी खराब हो सकता है. साथ ही अपच, गैस या पेट से जुड़ी दिक्कत है तो घी बिल्कुल भी नहीं खाना चाहिए.
सर्दी-खांसी या बुखार होने पर
हेल्थ एक्सपर्ट या आयुर्वेद के मुताबिक जिन लोगों को सर्दी-खांसी या बुखार संबंधित दिक्कत होती है उन्हें घी नहीं खाना चाहिए. घी खाने से कफ बढ़ सकता है और बुखार भी बढ़ सकता है.
प्रेग्नेंट महिलाएं
प्रेग्नेंट महिला को घी खाना चाहिए. लेकिन ज्यादा प्रेग्नेंट महिला को ज्यादा घी खाने से लिवर से जुड़ी बीमारी और इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है. यह महिला और बच्चे दोनों के लिए हानिकारक साबित हो सकता है.
लिवर की बीमारी वाले मरीज
लिवर की बीमारी वाले मरीज को कम से कम घी खाना चाहिए. क्योंकि यह फैटी एसिड की दिक्कत बढ़ सकती है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.