8 घंटे की नींद लेने के बावजूद दिन में आती है नींद...कहीं आप हाइपरसोम्निया के शिकार तो नहीं
Hypersomnia: हाइपरसोम्निया वाले लोग किसी भी समय सो सकते हैं जैसे काम पर या जब गाड़ी चला रहे हैं और उन्हें जागने में भी काफी परेशानी होती है.
Hypersomnia Issue: कहते हैं अच्छी सेहत के लिए पर्याप्त मात्रा में नींद लेनी चाहिए. इसलिए 8 घंटे की नींद बहुत जरूरी होती है. लेकिन कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो 8 से 9 घंटे की नींद लेने के बावजूद दिन में झपकियां लेते रहते हैं. मौका मिलते ही नींद लेने का कोई भी मौका नहीं छोड़ते. दरअसल ऐसे लोग एक ऐसी बीमारी से पीड़ित होते हैं जिसमें व्यक्ति को दिन भर नींद आती है. इस बीमारी का नाम है हाइपरसोम्निया जिसे अतिनिद्रा भी कहा जाता है.हाइपरसोम्निया वाले लोग किसी भी समय सो सकते हैं जैसे काम पर या जब गाड़ी चला रहे हैं और उन्हें जागने में भी काफी परेशानी होती है. ऐसे लोगों को नींद से जुड़ी अन्य समस्याएं भी हो सकती है जैसे एनर्जी की कमी होना सोचने में परेशानी होना.नेशनल स्लीप फाउंडेशन के मुताबिक 40 फीसदी लोगों में समय-समय पर हाइपरसोम्निया के कुछ लक्षण होते हैं.
हाइपरसोम्निया के लक्षण
हाइपरसोम्निया का प्राथमिक लक्षण तो जरूरत से ज्यादा नींद आना होता ही है इसके अलावा
- दिन में कई बार सो जाना
- नींद 9 घंटे से अधिक लेना फिर भी आराम महसूस नहीं करना
- नींद से जागने में कठिनाई होना
- नींद से जागने की कोशिश करते समय भ्रमित महसूस होना
- नींद के बाद बेचैनी महसूस होना
- सोचने या ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई
हाइपरसोम्निया के कारण
- रात के समय पर्याप्त नींद ना लेना
- नशीली दवाओं या शराब का ज्यादा सेवन करना
- जरूरत से ज्यादा वजन होना
- जेनेटिक्स वजह से भी यह समस्या हो सकती है
- डिप्रेशन की वजह से हाइपरसोम्निया हो सकता है
- मेंटल डिसऑर्डर
- एंजाइटी
- बाइपोलर डिसऑर्डर
- अल्जाइमर जैसी चीजों की वजह से हाइपरसोम्निया का खतरा बढ़ जाता है
हाइपरसोम्निया से बचाव के लिए क्या करें
हाइपरसोम्निया का सही इलाज साइकैटरिस्ट से कराना चाहिए. इसके अलावा अपने डाइट का भी खास ख्याल रखना चाहिए. मेडिटेशन और शारीरिक गतिविधि भी जरूरी होता है विल पावर को मजबूत करना चाहिए. कैफीन और निकोटीन से दूरी बना कर रखना चाहिए. रात को नींद लेते वक्त शोर और रौशनी से दूरी बनाना जरूरी होता है. इसके इलाज के लिए डॉक्टर ब्लड टेस्ट, सिटी स्कैन, पॉलीसोमनोग्राफी नाम का स्लिप टेस्ट सहित कुछ और जरूरी टेस्ट करवाने की सलाह दे सकता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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