न्यूयॉर्क: डायबिटीज की एक नई दवा मोटापा कम करने में सहायक सिद्ध हुई है. एक नई रिसर्च में ये बात सामने आई है. शोध के अनुसार यह दवा उस यौगिक की तरह काम करती है, जो भूख को नियंत्रित करने वाले हार्मोन के अनुसार सक्रिय होता है.
क्या कहते हैं शोधकर्ता-
शोधकर्ताओं ने बताया कि सेमाग्लूटाइड का कैमिकल कंपोजिशन शरीर में इंसुलिन का स्राव करने वाले और भूख को नियंत्रित करने वाले 'ग्लूकागन लाइक पेप्टाइड-1' (जीएलपी-1) हार्मोन से काफी मिलती है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
कार्लेस्टन में साउथ कैरोलिना मेडिकल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर और शोध के मुख्य लेखक पैट्रिक एम. ओ नील का कहना है कि वजन कम करने के एक अध्ययन में ऐसे मोटे लोगों को सेमाग्लूटाइड दिया गया, जिन्हें डायबिटीज की शिकायत नहीं थी. इस दौरान देखा गया कि किसी दवाई की सहायता से पहली बार सबसे ज्यादा वजन कम हुआ है.
कैसे की गई रिसर्च-
शोध के लिए 957 लोगों का चयन किया गया, जिनमें 35 फीसदी पुरुष थे. शोध में शामिल लोगों को सात समूहों में बांटा गया, जिनमें पांच समूहों को अलग-अलग मात्रा में सेमाग्लूटाइड दिया गया. छठे समूह को प्लेसबो और सातवें समूह में प्रति व्यक्ति तीन मिलीग्राम डायबिटीज की दवाई लिराग्लूटाइड दी गई.
रिसर्च के नतीजे-
एक साल बाद सेमाग्लूटाइड लेने वालों का वजन प्लेसबो लेने वालों की तुलना में तेजी से कम हुआ. जिसने सेमाग्लूटाइट की ज्यादा मात्रा ग्रहण की, उसका वजन भी ज्यादा कम हुआ.
लिराग्लूटाइड लेने वालों में उनके शरीर का 7.8 फीसदी वजन कम हुआ, जबकि प्लेसबो लेने वाले समूह का वजन मात्र 2.3 फीसदी कम हुआ.
ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.