Diabetes: भारत में डायबिटीज के 8 करोड़ पेशेंट... इस बीमारी के साथ ये 5 रोग भी आते हैं, रहे सावधान
डायबिटीज हुआ है तो अलर्ट होने की जरूरत है. इस बीमारी के होने पर अन्य कई बीमारियां होने लगती है. इसके अलावा भारत में डायबिटीज के रोगी बड़ी तेजी से बढ़ रहे हैं.
Diabetes Symptoms: डायबिटीज लाइफ स्टाइल से जुड़ी डिसीज है. यदि लाइफ स्टाइल खराब है तो डायबिटीज सबसे पहले होने वाले रोगों में से एक है. कई बार ये बीमारी जेनेटिक भी होती है. ऐसे में सबसे जरूरी है कि रोग से बचाव के लिए लाइफ स्टाइल को सुधारा जाए. वहीं, यदि किसी परिवार में यह बीमारी पीढ़ी दर पीढ़ी चली आ रही है तो भी बचाव जरूरी है. डॉक्टरों का कहना है कि डायबिटीज बॉडी के अन्य आर्गन पर असर डालता है. इस बीमारी से सीधे तौर पर किडनी, लिवर प्रभावित होते हैं. ऐसे में समय रहते डायबिटीज पर ध्यान दिया जाना चाहिए.
देश में डायबिटीज के 8 करोड़ पेशेंट
दुनिया में सबसे ज्यादा डायबिटीज के मरीज भारत में हैं. इसलिए भारत को डायबिटीज के मामले में दुनिया की डायबिटीज राजधानी भी कहा जाता है. यदि आंकड़ों को देखें तो मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, भारत में करीब 8 करोड़ लोग डायबिटीज की चपेट में हैं. अनुमान के मुताबिक, साल 2045 तक यह आंकड़ा बढ़कर 1.35 करोड़ हो जाएगा. वर्ष 2019 से यह आंकड़ा 16 प्रतिशत तक बढ़ चुका है. वहीं इसके साथ गंभीर बात ये है कि डायबिटीज के होने पर अन्य बीमारी भी होने लगती हैं.
ये हो जाती हैं 5 बीमारी
1. हार्ट डिसीज
डायबिटीज का लिंक दिल से भी देखा गया है. यदि ब्लड शुगर हाई रहता है तो इससे दिल को होने वाली ब्लड सप्लाई बाधित होती है. इसका सीधे तौर पर असर दिल पर देखने को मिलता है. ब्लड प्रेशर और हाई कोलेस्ट्रॉल के अलावा डायबिटीज भी दिल को बीमार बनाती है.
2. किडनी रोग
डायबिटीज रहने पर किडननी भी इससे सीधे तौर पर प्रभावित होती है. दरअसल, डायबिटीज के चलते ब्लड सप्लाई बाधित होती है. इसके अलावा बड़ी ग्लूकोज ब्लड शुगर की मदद से किडनी को नुकसान पहुंचाने का काम करती है. इससलिए धीरे धीरे किडनी डैमेज होने लगती है. डायबिटीक पेशेंट में किडनी डिसीज आमतौर पर देखने को मिलती है.
3. मेंटल डिसआर्डर
डायबिटीज का असर ब्रेन की एक्टिविटीज पर भी पड़ता है. वीकनेस आने के कारण व्यक्ति का ब्रेन उतना एक्टिव नहीं रह पाता है. बैचेनी, चिड़चिड़ापन जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं. इस बीमारी के होने पर डिप्रेशन, एंग्जाइटी जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं.
4. मुंह का टेस्ट बिगड़ना
डायबिटीज का असर मुंह पर भी देखने को मिलता है. डायबिटीज से मुंह में थूक कम बनता है, इससे मुंह सूखता रहता है. लार न बनने से मुंह में कीटाणु पैदा होने लगते हैं. इससे मुंह का टेस्ट भी खराब हो जाता है. इससे मसूड़े में सूजन और ब्लीडिंग तक हो जाती है.
5. नर्वस सिस्टम को नुकसान
डायबिटीज नर्वस सिस्टम को सीधे तौर पर प्रभावित करती है. इससे नर्वस सिस्टम उतनी एक्टिवली काम नहीं करता है, जितना स्वस्थ्य व्यक्ति का करता है. फिजिकल रिलेशन बनाने में भी परेशानी होने लगती है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
यह भी पढ़ें: Eye Disease: क्या आपके बच्चे को भी लग गई है फोन की आदत? ध्यान दें, स्क्रीन से हो रही है ये बीमारी
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )