डायबिटीज एक ऐसी बीमारी है जिसमें अगर समय रहते इलाज नहीं किया जाए, तो व्यक्ति को बहुतें स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं. पहले इसे बुज़ुर्गों की बीमारी माना जाता था, लेकिन आजकल यह जवानों और बच्चों को भी प्रभावित कर रही है. इसे "साइलेंट किलर" भी कहा जाता है, क्योंकि इसके लक्षणों को आसानी से पहचाना नहीं जा सकता, और यदि इसका सही समय पर उपचार नहीं किया जाता है, तो यह मौत का कारण बन सकती है.


टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज में अंतर


टाइप 1 डायबिटीज उत्पन्न होती है जब शरीर में इंसुलिन का उत्पादन कम हो जाता है. इसे आमतौर पर माता-पिता से विरासत में मिलता है, यदि उनमें से किसी को भी टाइप 1 डायबिटीज है. इसके अलावा, आपकी आहार और जीवनशैली भी इसे प्रभावित कर सकती हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, 2017 में टाइप 1 डायबिटीज वाले मरीजों की संख्या 9 मिलियन से अधिक थी, और इसमें अधिकांश लोग उन देशों में रहते थे जिनकी आर्थिक स्थिति बेहतर थी. टाइप 1 डायबिटीज के लक्षण तेजी से दिख सकते हैं, और इसका उपचार इंसुलिन शॉट्स के साथ किया जाता है.


विपरीत, टाइप 2 डायबिटीज में इंसुलिन का उपयोग ठीक से नहीं होता, और लक्षण हल्के हो सकते हैं जो समय से पहले पता नहीं चलते. यह बीमारी शरीर को इंसुलिन का सही तरीके से उपयोग करने से रोकती है और अक्सर वयस्कों में होती है, लेकिन आजकल यह बच्चों में भी देखी जा रही है. टाइप 2 डायबिटीज के लक्षण में प्यास, थकान, वजन का बढ़ना या कम होना शामिल हो सकते हैं. इसे प्रबंधित करने के लिए उचित आहार, व्यायाम, और दवाओं का सही संयोजन करना आवश्यक होता है.


डायबिटीज से बचाव


डायबिटीज से बचाव के लिए सबसे महत्वपूर्ण है कि आप अपनी जीवनशैली में सुधार करें. सही समय पर खाना खाएं, ठीक से सोएं, और नियमित रूप से शारीरिक व्यायाम करें. मादक पदार्थों से दूर रहें और नियमित रूप से डायबिटीज जांच करवाएं. स्ट्रेस को कम करने के लिए भी कोशिश करें, क्योंकि स्ट्रेस भी डायबिटीज को बढ़ा सकता है.


डायबिटीज के मरीजों की संख्या


विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में दुनिया भर में 42.2 करोड़ लोग डायबिटीज के शिकार हैं. इसकी संख्या में बीते 40 वर्षों में चारगुना वृद्धि हुई है. केवल 2016 में, लगभग 16 लाख लोगों की मौत डायबिटीज के कारण से हुई थी. नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की रिपोर्ट के अनुसार, 20 से 79 वर्षीय वयस्कों में होने वाली नौ मौतों में से एक में डायबिटीज का योगदान होता है. इससे बचने के लिए, स्वस्थ जीवनशैली को अपनाना महत्वपूर्ण है. यह सही आहार, नियमित व्यायाम, और स्ट्रेस कम करने के माध्यम से संभावना है कि आप डायबिटीज से बच सकते हैं. अगर आपको लगता है कि आप इस बीमारी के शिकार हो सकते हैं, तो तुरंत डॉक्टर से सलाह लेना चाहिए ताकि सही उपचार शुरू किया जा सके.


रिसर्च के अनुसार, सबसे तेज़ डायबिटीज का शिकार हो रहे वर्ग 20 से 79 वर्ष के बीच के लोग हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में विश्वभर में 537 मिलियन लोग इस बीमारी से प्रभावित थे, और यह आंकड़ 2030 तक 643 मिलियन तक बढ़ सकता है. साथ ही, साल 2045 तक यह आंकड़ा 783 मिलियन तक पहुंचने का अनुमान है. एक और रिपोर्ट के अनुसार, 2019 में डायबिटीज के कारण हुई 1.5 मिलियन मौतों में से 70 साल से कम उम्र के लोगों में 48% मौतें थीं. इससे साफ होता है कि यह बीमारी नए युग के लोगों को भी प्रभावित कर रही है.


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