ब्राजील की रहने वाली एक महिला ने हाल ही में दो फुट लंबे और 7.3 किलोग्राम वजनी का एक विशालकाय बच्चे को जन्म दिया है. इस न्यूज ने सोशल मीडिया पर तहलका मचा कर रखा हुआ है. इस नवजात बच्चे का वजन नॉर्मल बच्चे के वजन से कहीं अधिक माना जा रहा है. आमतौर पर नवजात बच्चे का वजन 2.5 से 3.5 किलोग्राम के बीच होता है. जन्म के समय बच्चे की लंबाई 14 से 20 इंच के बीच होनी चाहिए लेकिन ब्राजील में जन्मा अनोखा बच्चा 2 फीट की है. जन्म से ही बच्चे का वजन 7 किलो का है. बच्चे की डाइट और वजन देखकर डॉक्टर भी हैरान हो गए हैं. 


बच्चे की मां डायबिटीज की मरीज है


बच्चे का नाम एंगर्सन सैंटोस रखा गया है, जो सिजेरियन सेक्शन के जरिए पैदा हुआ था. बच्चे की मां 42 साल की एक हाउसवाइफ है . साथ ही वह मधुमेह से पीड़ित हैं. हेल्थ विशेषज्ञों के मुताबिक, आमतौर पर नवजात के शरीर का वजन 3.3 किलोग्राम और एक लड़की का 3.2 किलोग्राम होता है, और अब तक का सबसे भारी बच्चा 10 किलोग्राम का होता है, जो 1955 में इटली में दर्ज किया गया था.


मैक्रोसोमिया किसे कहते हैं?


डॉक्टरों का कहना है कि जिन शिशुओं का वजन 4 किलोग्राम से अधिक होता है, चाहे उनकी गर्भकालीन आयु कुछ भी हो, मैक्रोसोमिया से पीड़ित होते हैं, जो बड़े शरीर वाले बच्चे होते हैं उन्हें ग्रीक भाषा में मैक्रोसोमिया कहते हैं. डॉक्टरों के मुताबिक एंगर्सन में मैक्रोसोमिया का कारण उसकी मां का मधुमेह है, क्योंकि इंसुलिन प्रतिरोध में वृद्धि से ग्लूकोज की मात्रा बढ़ जाती है जो प्लेसेंटा से भ्रूण तक जाती है, जिससे बच्चे का अत्यधिक विकास होता है. स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि मैक्रोसोमिया, एक ऐसी स्थिति जो एक विशिष्ट सीमा से अधिक वृद्धि का कारण बनती है, दुनिया भर में लगभग 12 प्रतिशत बच्चे ऐसे जन्म लेती है. आमतौर पर, गर्भकालीन मधुमेह वाली माताओं में, यह जन्म के 15-45 प्रतिशत के बीच बढ़ जाता है.