8 साल की बच्चे को कब्ज की शिकायत थी और डॉक्टरी जांच करने के बाद पता चला कि उस बच्ची को कैंसर है. NeedToKnow.co.uk. में छपी खबर के मुताबिक हैरिसन नाम की बच्चे को कुछ दिनों से कब्ज की शिकायत थी. जब वह डॉक्टर के पास गई तो डॉक्टर ने शुरुआती जांच के लिए कुछ खास टेस्ट लिखें और दवा दिए. हालांकि, दवा खाने के बाद भी बच्चे की स्थिति में कुछ खास सुधार नहीं हुआ. बच्चे की ऐसी हालत देखकर मां विक्टोरिया स्टेनटन काफी चिंतित हो गई. बितते दिन के साथ हालत औऱ खराब हो रही थी.  यहां तक कि सांस लेने में तकलीफ भी होने लगी. बच्चे की हालत खराब देख उसे वही के स्थानीय हॉस्पिटल में रेफर किया गया. वहां के स्टाफ ने कुछ शुरुआती जांच नहीं कि बल्कि मां-बेटी से बातचीत की और शुरुआत से पूछा आखिर कब क्या हुआ?


NeedToKnow.co.uk. को दिए अपने इंटरव्यू में बच्चे की मां स्टेनटन ने बताया कि पहले मेरे बच्चे को सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. तभी नर्स ने कहा कि छाती के एक्स-रे की जरूरत पड़ेगी. क्योंकि छाती में पानी भर गया है. छाती के एक्स-रे के बाद पता चला कि उसके फेफड़े में ढेर सारा पानी भर गया है. एक घंटे के भीतर, हैरिसन को वार्ड में शिफ्ट किया गया. जिसमें एक चेस्ट ड्रेन डाला गया था और दो लीटर खराब पानी निकाला गया.  कुल मिलाकर 3 सप्ताह के अंदर 8 लिटर पानी निकाला गया जिसमें ब्लड भी थे. यह साल 2022 की घटना है जब पता चला कि मेरे बेटे को टी-सेल लिम्फोब्लास्टिक लिम्फोमा का कैंसर है. यह कैंसर तेजी से बढ़ने वाला कैंसर था. जिसकी वजह से लंग्स में पानी भर जाता है. एक सिंपल से कब्ज का कारण बताने के बाद कैंसर का पता चलना किसी भी व्यक्ति के लिए हैरान कर देने वाली बात हो सकती है. 


कब्ज और कैंसर के बीच का लिंक


यशोदा अस्पताल, हैदराबाद के चिकित्सा गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और हेपेटोलॉजी विभाग के वरिष्ठ सलाहकार, एचओडी, डॉ. संतोष कुमार एनगंती ने कहा कि कब्ज आम तौर पर खराब डाइट, फाइबर की कमी और डिहाइड्रेशन के कारण होता है. आंत के अंदर, जो कैंसर हो सकता है. उसके शुरुआती लक्षण होते हैं पेट के आसपास दर्द के साथ कब्ज और अच्छा और नॉर्मल डाइट लेने के बावजूद लगातार कब्ज रहना कैंसर के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं. इसका मतलब है कि आंत के लुमेन के अंदर का हिस्सा संकरा हो जाता है, कोलन कैंसर में मल त्यागने के वक्त ब्लड निकलता है क्योंकि आंत की नली में घाव हो जाता है. 


डॉ. तीरथराम कौशिक, कंसल्टेंट ऑनकोसर्जन, वॉकहार्ट हॉस्पिटल्स, मीरा रोड ने कहा कि एक ट्यूमर जो आपकी रीढ़ की हड्डी में नसों पर दबाव डालता है, वह आपके आंत की गति को धीमा या रोक सकता है. यह कब्ज का कारण बनता है. पेट (पेट) में ट्यूमर आंत और पीछे के मार्ग (मलाशय) को स्क्वैश, निचोड़ या संकीर्ण कर सकता है, जिससे आपके लिए मल त्याग करना मुश्किल हो जाता है.


यदि कब्ज तीन सप्ताह से अधिक समय तक रहता है और / या आपके मल में महत्वपूर्ण असुविधा और रक्त के साथ होता है, तो डॉक्टर से संपर्क करने का सुझाव देते हुए, डॉ. कौशिक ने कहा,मल त्यागने की आदतों में लगातार बदलाव होते रहते हैं. 


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