पीरियड्स के दौरान आपको भी उल्टी और दस्त की समस्या होती है? जानें इसका कारण और बचाव का तरीका
कई महिलाओं को पीरियड्स के दौरान उल्टी और मतली की शिकायत होती है. इसके कारण उन्हें पीरियड्स के दौरान असहज सा महसूस होता है.
हर महिला का पीरियड्स का अपना-अपना अनुभव होता है. महिलाओं को इस दौरान शारीरिक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कई महिलाओं को पीरियड्स के दौरान उल्टी, मतली, चक्कर की शिकायत होती है. सिर्फ इतना ही नहीं कुछ महिलाओं को पीरियड्स के दौरान पेट में ऐंठन और डायरिया की शिकायत भी होती है.
कुछ महिलाओं को दस्त, पेट में दर्द के साथ-साथ पेट में जलन, जैसे लक्षण दिखाई देते हैं. इस आर्टिकल में हम विस्तार से बताएंगे कि पीरियड्स के दौरान आखिर क्यों मतली और उल्टी की शिकायत होती है?
पीरियड्स के दौरान पेट में दर्द और ऐंठन की शिकायत हो सकती है
पीरियड्स के दौरान गर्भाशय में दर्द, ऐंठन, पेट और आंत काफी ज्यादा प्रभावित होती है. इसके कारण दस्त और जी मिचलाने की शिकायत होती है. पीरियड्स के दौरान स्ट्रेस और चिंता भी बहुत ज्यादा बढ़ जाती है. इसके कारण भी जी मिचलाने की समस्या हो सकती है. पीरियड्स के दौरान खानपान का खास ध्यान ध्यान रखना चाहिए. साथ ही साथ इस दौरान कैफीन, मसालेदार और ऑयली खाना खाने से परहेज करना चाहिए. ऐसे खाने से पीरियड्स काफी ज्यादा प्रभावित हो सकता है. पीरियड्स के दौरान पेट में गैस, सूजन और दस्त की समस्या हो सकती है.
पीरियड्स के दौरान आपको भी ऐसी दिक्कत होती है तो यह ट्रिक्स अपनाएं
पीरियड्स में मतली और दस्त की शिकायत होने पर इलेक्ट्रोलाइट ड्रिंक जरूर पिएं. इससे शरीर में पानी की कमी पूरी होगी.
हल्का खाना खाएं. इस दौरान मसालेदार खाना न खाएं. साथ ही साथ ऑयली खाना से बिल्कुल परहेज करें.
मतली की शिकायत होती है तो अदरक के टुकड़े को मुंह में रखें. इससे आपको उल्टी में राहत मिलेगी.
पुदीने के चाय पीने से पेट में ऐंठन कम होती है. ऐसी स्थिति में भार खाना खाने से बचें.
पीरियड्स के दौरान आपको मतली की शिकायत होती है तो लेग्स अप वॉल जरूर करें
पीरियड्स के दौरान अगर आप ये एक्सरसाइज करेंगे तो आप एनर्जेटिक महसूस करेंगे. पीठ के निचले हिस्से में जकड़न और बैचेनी की समस्या से निजात मिलेगा.
पीरियड्स के दौरान पैरों में होने वाले दर्द और ऐंठन से राहत मिल जाती है. लिम्फ ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देता है.
वैरिकोज नसों के लिए यह योगासन बहुत फायदेमंद होता है.
इससे स्ट्रेस, टेंशन कम होता है. नींद के पैटर्न में सुधार होता है.
पीरियड्स में अगर आपको रेग्युलर एक्सरसाइज करेंगे तो इससे आपकी सुस्ती और विकेनस दूर होगी. साथ ही मूड स्विंग की जो समस्याएं भी एक हद तक दूर होती है.
पीरियड्स में ब्रेस्ट में होने वाले सूजन भी एक्सरसाइज करने से कम होते हैं. कई महिलाओं को पीरियड्स में ज्यादा भूख लगती है ऐसे में जब वह एक्सरसाइज करेंगी तो इटिंग डिसऑर्डर एक हद तक कंट्रोल रहेगा.
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