Child Care: 6 महीने की उम्र के बाद बच्चे को दें ऐसी डायट, नहीं होगी एनीमिया की समस्या
Anemia Prevention Tips For Child: बच्चे की उम्र 4 महीने से ज्यादा है तो आपको उसके हीमोग्लोबिन स्तर का ध्यान रखना चाहिए. बच्चों में 4 से 6 महीने की उम्र के बाद एक बड़ा बदलाव होता है.
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Child Care Tips In Hindi: नवजात बच्चों के माता-पिता को अपने शिशु की सेहत (Child Health) के लिए कई बातों का ध्यान रखना होता है. ताकि बच्चा स्वस्थ और बीमारियों से सुरक्षित बना रहे. बच्चों में सबसे अधिक होने वाली बीमारियों की वजह कुपोषण (Malnutrition) या सही पोषण का अभाव होता है. बच्चों के शरीर में एनीमिया (Anemia) की वजह भी ऐसी ही है.
आपको बता दें कि 4 महीने की उम्र तक बच्चे के शरीर में कैल्शियम, आयरन जैसे पोषक तत्वों की जरूरत मां के दूध से पूरी हो जाती है. क्योंकि बच्चे ने अपने शरीर में पहले ही आयरन स्टोर करके रखा होता है, जिसका उपयोग वह करीब 4 से 6 महीने की उम्र तक करता है. लेकिन 6 माह के बाद बच्चे के शरीर में मां के दूध से आयरन की कमी पूरी नहीं हो पाती और अपने शरीर में स्टोर किए हुए आयरन को वह उपयोग कर चुका होता है. इसलिए इस उम्र में उसे आयरन युक्त अन्य डाइट की जरूरत होती है.
एक साल से कम उम्र के बच्चे में आयरन
यदि आप एक वर्ष से कम आयु के बच्चे के माता-पिता हैं तो इस बात का ध्यान रखें कि बच्चे को 4 से 6 महीने की उम्र के बाद अलग से आयरन की आवश्यकता होने लगती है. इसलिए आपको बच्चे के लिए आयरन युक्त चीजें देना शुरू कर देना चाहिए. इसके लिए आप अपने बच्चे को ब्रेस्ट मिल्क के साथ ही फॉर्म्यूला मिल्क या आयरन फोर्टिफाइड मिल्क दे सकते हैं. लेकिन इसके लिए पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
6 महीने के बच्चों के लिए फूड्स
रिजॉइस हॉस्पिटल की सीनियर गायनेकॉलजिस्ट और लैप्रोस्कोपिक सर्जन डॉक्टर सोनिया चावला का कहना है कि 6 महीने के उम्र के बाद आप बच्चे को सॉफ्ट फूड देना शुरू करें. ताकि उसके शरीर में आयरन की कमी भी पूरी हो और जरूरी पोषक तत्व भी मिलें. इसके लिए डॉक्टर चावला सलाह देती हैं कि मार्केट में मिलने वाले डिब्बाबंद और पैकेट बंद फूड्स की जगह बच्चे को घर में बनी चीजें खिलाएं. जैसे, दलिया, उपमा, सूप, खिचड़ी इत्यादि. ऐसे फूड्स जिनमें आप सभी सब्जियां डालकर मैश कर सकें. ताकि छोटा बच्चा इन्हें आसानी से खा सके.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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