Dry Fruits For Diabetics : ड्राई फ्रूट्स सेहत के लिए फायदेमंद होता है. काजू, पिस्ता, बादाम, अखरोट जैसे नट्स के सेवन से कई बीमारियों से बचा जा सकता है. इन्हें आप कई तरह से खाने में शामिल कर सकते हैं. ड्राई फ्रूट्स में पिस्ता (Pistachios) जबरदस्त लाभकारी माना जाता है. इसमें फाइबर, आयरन, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कैल्शियम और मैग्नीशियम भरपूर मात्रा में मौजूद होता है, जो शरीर को अंदर तक मजबूती देता है. डायबिटीज मरीजों के लिए यह दवा से कम नहीं माना जाता है. ऐसे में आइए जानते हैं पिस्ता के फायदे...

 

डायबिटीज में पिस्ता का सेवन फायदेमंद

डायबिटीज के मरीजों के लिए पिस्ता दवा की तरह होता है. यह मेटाबॉलिक कंडीशन को सुधारने का काम करता है. इसे खाने से टाइप 2 डायबिटीज में काफी मदद मिलती है. शोध के मुताबिक, डायबिटीज के मरीजों को नियमित तौर पर पिस्ता खाना चाहिए. इससे उनकी हेल्थ हेल्दी बनी रहती है.

 

हार्ट डिजीज से बचाता है

पिस्ता का कार्डियो प्रोटेक्टिव एक्टिविटी गुण कभी भी दिल का मरीज यानी हार्ट डिजीज नहीं होने देता है. कोलेस्ट्रॉल को बैलेंस करने में भी पिस्ता काम आ सकता है. इसमें कई ऐसे गुण पाए जाते हैं, जो इंसान को हार्ट का पेशेंट बनने से बचाते हैं.

 

शरीर में सूजन को करे कम 

पिस्ता एंटी इन्फ्लेमेटरी एक्टिविटी से भरपूर होता है, जिसकी वजह से यह शरीर में किसी तरह के सूजन को कम करने के काम आता है. कोशिकाओं की टूटने, किसी चोट की वजह से आए सूजन से निपटने के लिए पिस्ता को दूध में उबालकर लेना चाहिए. इससे जबरदस्त फायदा मिल सकता है.

 

हड्डियों को बनाए फौलाद

शरीर की हड्डियों को मजबूत बनाने में पिस्ता अहम  भूमिका निभाता है. इसमें कैल्शियम की अच्छी मात्रा पाई जाती है, जिससे हड्डियां फौलाद जैसी बन सकती हैं. पिस्ता में कई विटामिन भी पाए जाते हैं, जो शरीर को मजबूत और स्वस्थ बनाते हैं.

 

आंखों को दुरुस्त रखे

पिस्ता में एंटीऑक्सीडेंट्स ल्यूटीन और zeaxanthin पाए जाते हैं, जो आंखों की सेहत को बेहतर बनाने का काम करते हैं. अगर इसका नियमित तौर पर सेवन किया जाए तो क्रोनिक आई कंडीशन जैसे मोतियाबिंद का जोखिम बेहत कम हो सकता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, दूध में उबालने से पिस्ता की ताकत और भी ज्यादा बढ़ जाता है, जिससे आंखों के लिए जबरदस्त फायदेमंद हो सकता है.

 

Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.