Bacterial and virus infection: अक्सर हम बैक्टीरियल इंफेक्शन और वायरल इंफेक्शन को एक ही समझ लेते हैं, लेकिन ये दोनों एक समान नहीं होते हैं. दोनों में कुछ अंतर होते हैं. दरअसल, बैक्टीरियल इंफेक्शन बैक्टीरिया की वजह से होते हैं, जबकि वायरल इंफेक्शन वायरस के फैसले से होते हैं. इसलिए जब बैक्टीरियल या वायरल इंफेक्शन होता है, तो उसमें ली जाने वाली एंटीबैक्टीरियल दवाएं बैक्टीरिया को तो खत्म कर देती हैं, लेकिन वे वायरस को खत्म करने में प्रभावी नहीं होती हैं. तो चलिए आज हम इसी विषय पर बात करने वाले हैं कि आखिर बैक्टीरियल और वायरल इंफेक्शन में क्या अंतर होता है, तो चलिए जानते हैं-
बैक्टीरिया
बैक्टीरिया एकल-कोशिका वाले सूक्ष्मजीव हैं जो कई अलग-अलग प्रकार के वातावरण में पनपते हैं. कुछ किस्में अत्यधिक ठंड या गर्मी में रहती हैं. कुछ बैक्टीरिया खाने के साथ-साथ शरीर में चले जाते हैं, जो हमें बीमार करने का काम करते हैं.
- बैक्टीरिया के कारण होने वाले संक्रमण
- खराब गला
- मूत्र मार्ग में संक्रमण
वायरस
वायरस बैक्टीरिया से भी छोटे होते हैं और इन्हें पनपने के लिए जीवित लोग, पौधे या जानवर चाहिए होते हैं. अन्यथा इनका जीवन समाप्त हो जाता है. जब कोई वायरस आपके शरीर में प्रवेश करता है, तो यह आपकी कुछ कोशिकाओं पर आक्रमण करता है और सेल मशीनरी पर कब्जा कर लेता है, इसे वायरस उत्पन्न करने के लिए पुनर्निर्देशित करता है.
- वायरस के कारण होने वाली बीमारियों में शामिल हैं:
- छोटी माता
- एड्स
- सामान्य सर्दी-खांसी
हालांकि, कुछ मामलों में बैक्टीरियल और वायरल इंफेक्शन में अंतर करना मुश्किल हो जाता है, क्योंकि ज्यादातर इनके लक्षण सामान्य तौर पर सर्दी-खांसी होते हैं. कई बीमारियां - जैसे निमोनिया, मेनिन्जाइटिस और डायरिया - बैक्टीरिया या वायरस के कारण हो सकती हैं.
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