Difference Dengue and Chikungunya: आजकल डेंगू और चिकनगुनिया के मामले बहुत देखने को मिल रहे हैं. आमतौर पर इस तरह के बुखार मॉनसून में होते हैं, लेकिन बारिश होने की वजह से किसी भी मौसम में लोग इस तरह के बुखार की चपेट में आ सकते हैं. ये दोनों ही रोग मच्छरों के काटने से होते हैं, दोनों के लक्षण भी कुछ हद तक एक जैसे ही होते हैं, लेकिन फिर भी कुछ संकेत ऐसे होते हैं, जो दोनों एक-दूसरे से अलग करते हैं. इन्हीं संकेतों को देखकर पता लगाया जा सकता है कि आपका बुखार डेंगू है या फिर चिकनगुनिया. तो चलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं डेंगू और चिकनगुनिया में क्या अंतर होता है-
किस वजह से होते हैं चिकनगुनिया और डेंगू?
डेंगू और चिकनगुनिया, दोनों ही मच्छर के काटने से होते हैं. जहां चिकनगुनिया जीनस अल्फावायरस के कारण होता है, वहीं डेंगू जीनस फ्लेवीवायरस की वजह से होता है. दोनों का शुरुआती लक्षण बुखार ही होता है.
डेंगू के लक्षण
डेंगू होने पर बुखार के साथ-साथ आंखें लाल हो जाती हैं, वहीं त्वचा का रंग हल्का लाल हो जाता है. ये बुखार 2 से 4 दिन तक रहता है. इससे शरीर में खून की कमी होने लगती है. इस रोग में रोगी के मुंह का स्वाद भी बदल जाता है. वहीं, उल्टी आना, बेहोशी होना और चक्कर आने की समस्या भी हो सकती है. इस बुखार में शरीर का तापमान अचानक 104 डिग्री हो जाता है.
चिकनगुनिया के लक्षण
डेंगू की तरह चिकनगुनिया में भी पहले बुखार होता है और जोड़ों में तेज दर्द होता है. यह दर्द बहुत असहनीय भी होता है, जो बुखार के जाने के बाद भी कुछ दिनों तक बना रहता है. इसी के साथ चिकनगुनिया में गले में खराश भी होती है और आंखों में दर्द की शिकायत होती है. चिकनगुनिया बुखार 2 से 12 दिन तक रहता है, लेकिन रोगी को इससे उबरने के लिए महीनों लग जाते हैं.