बच्चों में होने वाली पाचन संबंधी शिकायतों को माता-पिता आमतौर पर मामूली गैस की बीमारी समझकर अनदेखा कर देते हैं. अक्सर लगता है कि बच्चे ने पक्का कुछ गलत खा लिया होगा. इससे पेट में इंफेक्शन हो गया या खाने की वजह से पेट में गैस हो गई है. हालांकि, अगर आपके बच्चे को काफी समय से गंभीर पाचन संबंधी दिक्कतें हो रही हैं तो यह किडनी की बीमारी के लक्षण हो सकते हैं.


बच्चे को होने वाली किसी भी छोटी दिक्कत को आप नजरअंदाज न करें, क्योंकि वह गंभीर रूप ले सकती है और आपको पता भी नहीं चल पाएगा.  आज हम इस आर्टिकल में विस्तार से जानेंगे कि बच्चों में पाचन संबंधी दिक्कत किडनी के बीमारी के शुरुआती लक्षण कैसे हो सकते हैं?


किडनी पर ऐसे पड़ता है असर


किडनी हमारे शरीर के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह ब्लड को फिल्टर करके उसमें पाई जाने वाली गंदगी को निकालती है. यदि किडनी ठीक से काम नहीं कर रही हैं तो व्यक्ति के शरीर में गंदगी जमा होने लगती है. इसके कारण पाचन संबंधी दिक्कत शुरू होने लगती है और यह किसी गंभीर बीमारी के शुरुआती लक्षण हो सकते हैं. पाचन तंत्र के विकार मानव शरीर में गुर्दे के कार्य को भी प्रभावित कर सकते हैं.


बच्चों में किडनी की बीमारियों का संकेत


मतली और उल्टी: नियमित मतली और उल्टी जैसे सामान्य लक्षणों के माध्यम से भी गुर्दे के विकार नजर आ सकते हैं. जब गुर्दे शरीर की गंदगी और टॉक्सिक पदार्थ ठीक से नहीं निकाल पाते हैं तो यह गंदगी ब्लड में फैलने लगती है. शरीर इन अपशिष्टों को खत्म करने की कोशिश करता है तो यह मुख्य रूप से मतली और उल्टी का कारण बनता है.


पेट दर्द: पीठ के निचले हिस्से या पेट के किनारे पर कुछ समय तक दर्द रहता है या बार-बार होता है तो यह गुर्दे की पथरी या संक्रमण के सामान्य लक्षणों में से एक है. गुर्दे में पथरी की वजह से तेज दर्द होता है. कभी-कभी तो यह सहन करने लायक भी नहीं होता और इसका असर पेट तक महसूस होता है.


भूख न लगना और वजन कम होना: यह समस्या किडनी रोग के संभावित परिणामों में से एक है. शरीर में कई अपशिष्ट उत्पाद जमा होने से भूख कम लगती है और आखिर में वजन कम होने लगता है. बच्चे भी इसी तरह कमज़ोर होने लगते हैं. इससे उनकी पोषण स्थिति और विकास पर असर पड़ता है.


पेशाब में बदलाव: इस लक्षण को आसानी से पहचाना नहीं जा सकता, लेकिन पाचन से संबंधित दिक्कत होने पर किडनी से जुड़ी यह परेशानी बेहद आम है. आप यह गौर करें कि कहीं बच्चे को पेशाब करते वक्त दर्द तो नहीं हो रहा है या फिर उसे पेशाब के साथ ब्लड तो नहीं आ रहा है. इससे भी किडनी की बीमारी का संकेत मिलता है.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें. 


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