नई दिल्लीः बच्चों में आजकल ड्राई आई सिम्टम्स बहुत ज्यादा देखने को मिल रहे हैं. इसका कारण डिजिटल डिवाइस का बहुत ज्यादा इस्तेमाल माना जा रहा है. हाल ही में एक रिसर्च में ये बात सामने आई है.

क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
ह्यूस्टन यूनिवर्सिटी में ऑप्टोमेट्री कॉलेज के एक स्थानीय ऑप्टोमेट्री स्पेशलिस्ट. डॉ एम्बर गैउम गिआननोनी का कहना है कि अधिकत्तर बच्चे स्क्रीन पर बिना पलक झपकाए देखते रहते हैं जिसके कारण डाई आई सिम्टम्स बच्चों में अधिक देखने को मिल रहे हैं. दरअसल, आंखें झपकाने से ग्लैंड्स आंखों के मॉइश्चर का इस्ते‍माल कर लेती हैं.

क्या कहती है रि‍सर्च-
रिसर्च ये बताती है कि आठ साल की उम्र तक बच्चे दिनभर में तकरीनब 6 घंटे रोजाना स्क्रीन पर बिताते हैं. डॉ एम्बर ऐसे में सलाह देती हैं कि पेरेंट्स को बच्चों के स्क्रीन के इस्तेमाल का समय नि‍र्धारित कर देना चाहिए. इसके अलावा बच्चों की आंखों की आंखों में आने वाली लाली, आंखों को रगड़ना और जबरन पलकें झपकाने जैसे लक्षणों पर भी गौर करना चाहिए.

डॉ. एंबर के मुताबिक, हर 20 मिनट में बच्चों को डिजिटल डिवाइस से 20 सेकेंड का ब्रेक देना चाहिए. इसके साथ ही ब्रेक के दौरान बच्चों को 20 फीट की दूरी तक देखना चाहिए.

नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.