न्यूयार्क: रोजाना दो चम्मच राई का तेल खाने से आपकी याददाश्त और सीखने की क्षमता पर असर पड़ सकता है, साथ ही अल्जाइमर्स रोग से पीड़ित लोगों का इससे वजन भी बढ़ सकता है. एक शोध में यह दावा किया गया है.

चूहों पर हुई रिसर्च-

चूहों पर किए गए इस अध्ययन में कहा गया कि वेजिटेबल ऑयल के लंबे समय तक सेवन से दिमाग को नुकसान पहुंच सकता है. हालांकि राई के तेल को स्वास्थ्यकारी खाद्य तेल माना जाता है.


जिन चूहों को राई के तेल में पकाए गए खाद्य पदार्थ दिए गए, उनका वजन सामान्य भोजन करनेवाले चूहों की तुलना में ज्यादा पाया गया. राई के तेल में अक्सर सब्जियां तली जाती हैं.


राई के तेल से याददाश्त को नुकसान-
शोधकर्ताओं का दावा है कि लगातार छह महीनों से अधिक समय तक राई के तेल का सेवन करने से कामकाजी लोगों के याददाश्त को नुकसान पहुंचता है, साथ ही अल्पकालिक याददाश्त के साथ ही सीखने की क्षमता को भी नुकसान पहुंचता है.


क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
अमेरिका के पेन्सिलवेनिया में स्थित टेंपल विश्वविद्यालय के प्रोसेसर डोमेनिको प्रेटिको ने कहा कि हालांकि राई का तेल एक वेजिटेबल तेल है, फिर भी हमें इसे स्वास्थ्यवर्धक कहने से पहले थोड़ी सावधानी बरतनी चाहिए."


प्रेटिको ने कहा कि शोध के निष्कर्षो से पता चलता है कि राई के तेल को अन्य तेलों जितना गुणकारी नहीं माना जाना चाहिए.


नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने एक्सपर्ट की सलाह जरूर ले लें.