Diwali 2023: दिवाली का त्योहार बाकी त्योहारों से काफी अलग होता है. इस त्योहार को रोशनी, मिठाई और आतिशबाजी का त्योहार कहा जाता है. एक तरफ लोग घर की साफ-सफाई करने के साथ दीए जलाते हैं वहीं बच्चे पटाखे फोड़ते हैं. पटाखे के बिना दिवाली का त्योहार बिल्कुल अधूरा सा लगता है. लेकिन इन्हीं पटाखों की वजह से कई बार लोग हादसे का शिकार हो जाते हैं. पटाखे की वजह से लोगों की आंख, हाथ तक जल जाते हैं. इसलिए पटाखे चलाते वक्त खास सावधानी बरतने की जरूरत है. आज हम इस आर्टिकल के जरिए इन्हीं खास बिंदुओं पर बात करेंगे कि पटाखे जलाते वक्त किन-किन बातों का खास ख्याल रखना है.
पटाखे जलाते वक्त इन खास सावधानियों का ख्याल रखें
जब भी पटाखे जलाए तो पास में पानी की एक बाल्टी रखें या थोड़ा सा रेत ताकि कोई हादसा हो जाए तो तुरंत इसका समाधान किया जाए.
पटाखे जलाते वक्त सिंथेटिक और नायलॉन के कपड़े भूल से भी न पहनें
फटने वाले पटाखें सावधानी से जलाएं और हाथ से न पकड़े.
फुलझड़ी जलाने के बाद उसकी बची हुई गर्म लकड़ी को सेफ जगह पर फेंके ताकि किसी के पैर के नीचे न आ जाए
पटाखे जलाते वक्त एक चीज का ध्यान रखें कि कोई बच्चा आसपास में न हो
पटाखे से जलने पर सबसे पहले करें ये काम
पटाखे जलाते वक्त अगर गलती से हाथ-पैर जल जाए तो तुरंत ठंडा पानी में हाथ-पैर डाल दें. जलन जब तक खत्म न हो उसे पानी में डुबोकर ही रखें. जल्दबाजी में भूल से भी बर्फ न लगाएं. क्योंकि इससे खून का थक्का जम जाता है.
तुलसी के पत्ते का रस
अगर हल्का सा भी जल जाए तो जले हुए जगह पर तुलसी के पत्ते का रस लगाए. इससे जलन कम होगी साथ ही निशान भी नहीं पड़ेगा. अगर घाव गहरा है तो तुलसी के पत्ते का इस्तेमाल करने से बचें
नारियल का तेल
अगर कहीं पर ज्यादा जल गया है तो नारियल तेल का इस्तेमाल करें. क्योंकि यह ठंडी होती है. नारियल तेल लगाने से जलन में काफी आराम मिलता है. और निशान भी नहीं पड़ते हैं.
आलू का रस
जले हुए जगह पर आप आलू का रस भी लगा सकते हैं इसकी तासीर ठंडी होती है और इससे जलन शांत हो जाती है जिसकी वजह से काफी ज्यादा आराम मिलता है.
रुई भूलकर भी न लगाएं
जले हुए जगह या घाव के ऊपर रूई न लगाएं. क्योंकि वह एकदम चिपक जाती है और बाद में निकालने से दर्द शुरू हो जाएगा.