'शुगर फ्री' सोडा, कोल्ड ड्रिंंक और जूस का महाजाल इस तरह घोल रहा शरीर में जहर, यकीन न हो तो ये नई रिसर्च पढ़ लें
किसी भी सुपरमार्केट स्टोर में आपको जैम, सोडा और कई तरह के मीठे स्नैक्स मिल जाते हैं. जिन्हें शुगर फ्री के नाम पर बेचा जाता है.
किसी भी सुपरमार्केट स्टोर में आपको जैम, सोडा और कई तरह के मीठे स्नैक्स आसानी से मिल जाते हैं. जिन्हें आजकल शुगर फ्री के नाम पर खूब बेचा जाता है. मार्केट में मीठा खाने वाली चीजों को बेचने के लिए आम बोलचाल की भाषा जो अक्सर इस्तेमाल की जाती है वह है 'शुगर-फ्री'. आजकल मार्केट शुगर फ्री प्रोडक्ट से भरा हुआ है. लेकिन हालिया रिसर्च आपके शुगर फ्री कॉन्सेप्ट को पूरी तरह से हिला कर रख देगा. हाल ही में हुए रिसर्च में खुलासा हुआ है कि 'शुगर फ्री' सोडा, कोल्ड ड्रिंंक और जूस , स्नैक्स में नॉर्मल चीनी से 500 गुना तक अधिक मीठी होती है. जो हमारे शरीर के लिए किसी जहर से कम नहीं है.
रिसर्च
अक्सर यह कहा जाता है कि शुगर-फ्री कैलोरी-मुक्त होते हैं, इसलिए वे लोगों को अधिक वजन और मोटापे से निपटने में मदद करने के लिए अच्छे हो सकते हैं. साथ ही, ये घर में खाई जाने वाली चीनी से कई गुना ज्यादा मीठी होती हैं. इसका मतलब है कि आपको किसी चीज को को मीठा करके खाना है तो उसके लिए केवल कुछ मिलीग्राम की जरूरत होती है. उदाहरण के लिए, एस्पार्टेम घरेलू चीनी की तुलना में 200 गुना अधिक मीठा है. और सुक्रालोज़ 500 गुना अधिक मीठा है. इसे शुगर फ्री बोलकर लोग केक, सोडा और मिठाइयां खूब आनंद से खा तो रहे हैं लेकिन यह शरीर में जहर घोल रहा है.
क्या एस्पार्टेम और साइक्लामेट कार्सिनोजेनिक हैं?
हालांकि, हमेशा से साइंटिस्ट मीठा को लेकर तरह- तरह के रिसर्च करते आ रहे हैं. मीठा को अक्सर सेहत के लिए खतरनाक ही बताया गया है. दूसरी तरफ मीठा को लेकर यह भी कहा जाता है कि यह कैंसर का कारण भी बन सकता है. जुलाई 2023 को वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन का एक अहम हिस्सा 'इंटरनेशनल एजेंसी फॉर रिसर्च ऑन कैंसर' (आईएआरसी) के मुताबिक स्वीटनर एस्पार्टेम को कैंसर होने का कारण के रूप में भी देख सकते हैं. लेकिन आईएआरसी ये भी कहा है कि अब तक इस बात को लेकर कोई पुख्ता सबूत तो नहीं मिले हैं. और न ही रिसर्च में ऐसा कोई रिजल्ट मिला है.
चूहा पर रिसर्च किया गया , जिसमें चूहे को साइक्लामेट ज्यादा मात्रा में दी गई. लगातार साइक्लामेट देने के बाद देखा गया कि कुछ चूहे को मूत्राशय में कैंसर हो गया. हालांकि इंसानों में ऐसे कोई लक्षण नहीं दिखाई दिए. साथ ही जितना मीठा चूहों और इंसानों को दिया गया आमतौर पर इतना ज्यादा मीठा लोग नहीं खाते हैं.
क्या शुगर फ्री चीनी से भी बदतर हैं?
ऐसा नहीं है कि आप शुगर फ्री के साइड इफेक्ट्स जानने के बाद चीनी खाना शुरू कर दें. लेकिन इस रिसर्च में यह बात तो सच है कि शुगर फ्री या मीठा या चीनी इंसान के सेहत के लिए नुकसानदायक ही है. इससे मोटापा, टाइप 2 डायबिटीज और दांतों की सड़न को बढ़ावा देता है. इसे खाने से कैंसर हो जाता है यह कहना मुश्किल है लेनिक यह निश्चित रूप से कैंसर होने का खतरा बढ़ाता है. इसलिए कोशिश करें कि मीठा खाने से बचें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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