कई बार सोते वक्त अचानक से पैर की नस चढ़ जाती है, जिसका दर्द झेला नहीं जाता है. यह समस्या ज्यादातर पैर की नसों पर होती है हालांकि शरीर के किसी भी हिस्से की नस पर नस चढ़ सकती है. इसके अलावा रात में सोते समय कंधे, गर्दन और हाथ में भी अचानक नस चढ़ जाती है, जो हमारी अगली सुबह को खराब कर देती है. नस पर नस चढ़ने की स्थिति दो तरह की हो सकती है. पहली स्थिति में आपको तत्काल दर्द होग और ठीक हो जाएगा. जबकि दूसरी स्थिति गंभीर और दर्दनाक हो सकती है जो आपको लाचार भी बना सकती है. कुछ लोगों को ये समस्या ज्यादा रहती है. ऐसे में समझ नहीं आता कि आखिर ऐसा क्यों होता है. आइए जानते हैं इसके पीछे की वजह. 


नस चढ़ना क्या है?


ये बीमारी कई कारणों से होती है जैसे बॉडी में पानी की कमी होना. कई बार नसों के कमजोर होने से भी नस पर नस चढ़ जाती है. अगर आपकी नस चढ़ जाती है तो इसका सबसे अहम कारण हो सकता है शारीरिक कमजोरी. खून में सोडियम, पोटेशियम, कैल्शियम की कमी होना, मैग्नीशियम की मात्रा का कम होना, अधिक शराब पीना, शुगर या पौष्टिक आहार की कमी के कारण, अधिक तनाव लेना और गलत पॉश्चर में बैठना ये सभी नस चढ़ने का कारण हो सकती है. 


नस चढ़ने के लक्षण क्या है.


1. नस में अचानक तेज दर्द होना


2. घुटने के नीचे वाले हिस्से में खिचांव होना


3. गर्दन के आस-पास दर्द होना


4. चलने-फिरने में परेशानी होना


नस चढ़ने का कारण क्या है?


1. बॉडी को स्ट्रेच नहीं मिलना
2. मांसपेशियों की थकान
3. गर्मी में व्यायाम करना
4. शरीर में पानी की कमी
5. इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी
6. ब्लड फ्लो कम होना
7. तनाव या हाई इंटेंसिटी
8. लंबे समय तक बैठे रहना
9. मांसपेशियों का ज्यादा इस्तेमाल होना
10. गलत तरीके से बैठना


शरीर में विटामिन सी की कमी सेभी चढ़ सकती है नस


विटामिन सी की कमी के कारण शरीर को कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं. शरीर में विटामिन सी की कमी के कारण ब्लड सेल्स कमजोर हो जाती हैं, जिसके कारण आसानी से एक के ऊपर एक चढ़ जाती है.


हीमोग्लोबिन की कमी


शरीर में हीमोग्लोबिन की कमी के कारण भी सोते समय, पैर और कंधे की नसें चढ़ जाती हैं. दरअसल, शरीर में हीमोग्लोबिन की वजह से ब्लड सर्कुलेशन सही तरीके से नहीं हो पाता है. इसकी वजह से शरीर के अंगो की नसे चढ़ जाती हैं. 


नस चढ़ने से बचाव कैसे करें?


1. अगर आपके पैर की नस पर नस चढ़ती है तो सोते समय पैरों के नीचे तकिया रख कर सोएं. 
2. जिस जगह ये परेशानी हुई है वहां दिन में तीन बार कम से कम 15 मिनट तक बर्फ की सिकाई करें.
3. जिस तरफ खिंचाव है उसी तरफ की हाथ की उंगुली के नाखून और स्किन के बीच के भाग को दबाएं. उसे तब तक दबा कर रखें जब तक आपकी नस उतर ना जाए.
4. नस चढ़ने पर उस हिस्से को स्ट्रेच करें. जब आप स्ट्रेचिंग करते हैं, तब आपकी मांसपेशी जिस तरफ खिंची होती है, उससे उल्टी तरफ खिंचने लगती है. ध्यान रखें कि ज्यादा तेज से स्ट्रेचिंग नहीं करें.
5. बॉडी में पोटाशियम की मात्रा में कमी होने पर ही नस पर नस चढ़ती है. ऐसे में आप दर्द से छुटकारा पाने के लिए केले का सेवन करें.
6. आमतौर पर नस पर से नस खुद उतर जाती है लेकिन आपके साथ ये परेशानी अक्सर रहती है तो डॉक्टर से संपर्क करें.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों की एबीपी न्यूज़ पुष्टि नहीं करता है. इनको केवल सुझाव के रूप में लें. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.


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