(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
भूल से भी किडनी रोग के इन संकेतों को न करें नजरअंदाज, इन टिप्स से बनाएं हेल्दी
आपकी किडनी को कई सारे काम करने पड़ते हैं. उसके प्रति लापरवाही आपकी सेहत को भारी पड़ सकती है. आप कुछ संकेतों को समझकर उसकी रोकथाम कर सकते हैं.
किडनी हमारे शरीर का महत्वपूर्ण अंग है. उसकी सेहत के बारे में सचेत नहीं होने से कुछ गंभीर दिक्कत हो सकती है. किडनी को कई तरह के काम करने पड़ते हैं. लेकिन बड़ी आबादी किडनी की बीमारी के साथ रह रही है और उसे खबर तक नहीं है. दुर्भाग्य से किडनी की बीमारी लगातार बढ़ने वाली समस्याओं में से है. हाइपरटेंशन, डायबिटीज या पारिवारिक किडनी रोग में क्रोनिक किडनी की बीमारी आम तौर से देखी गई है. दूसरे फैक्टर में उम्र, जन्म के समय कम वजन, लंबे समय तक खास दवाइयों का इस्तेमाल, किडनी स्टोन और मोटापा भी शामिल है. लेकिन कैसे पता लगाएंगे कि आप किडनी की किसी समस्या से जूझ रहे हैं? आपकी सुविधा के लिए कुछ सबसे आम संकेत बताए जा रहे हैं.
नींद की समस्या- खराब नींद किडनी की बीमारी से जूझ रहे लोगों में आम समस्या है. जब किडनी ठीक से फिल्टर नहीं कर पाते हैं, तो मूत्र के जरिए शरीर से बाहर निकलने के बजाए ब्लड में टॉक्सिन्स ठहर जाती है, जो नींद को प्रभावित करता है. क्रोनिक किडनी की बीमारी से पीड़ित लोगों में स्लीप एपनिया की समस्या आबादी के मुकाबले आम है.
स्किन की समस्या- आपके किडनी को कई भूमिका अदा करना पड़ते हैं. अगर आप स्किन की समस्याओं का सामना कर रहे हैं, तो ये किडनी की बीमारी का एक संकेत हो सकता है. सूखी और खुजली वाली स्किन मिनरल और हड्डी की बीमारी का संकेत हो सकता है, जिसका संबंध किडनी की बढ़ती बीमारी से भी जुड़ता है. ये उस वक्त होता है जब किडनी ब्लड में मिनरल और पोषक तत्वों का उचित संतुलन बना पाने में अक्षम रहता है, जो सूखी और खुजली वाली का कारण बनता है.
मांसपेशी का एंठन- मांसपेशी का एंठन किडनी की बीमारी वाले लोगों के बीच आम है. ऐंठन अक्सर शरीर में तरल और इलेक्ट्रोलाइट्स के असंतुलन का कारण बनता है. रक्त प्रवाह के मुद्दा और नस के नुकसान से भी ऐंठन होती है. ये किडनी के सही तरीके से काम नहीं कर पाने के कारण हो सकता है. कैल्शियम और फॉस्फोरस का शरीर में कम लेवल भी मांसपेशी के एंठन को निमंत्रण देता है.
सूजन- क्या आपने अपने पैरों और एड़ियों में सूजन देखा है? अगर हां, तो ये किडनी की बीमारी का एक संकेत हो सकता है. ऐसी स्थिति में रोजाना नमक, तलर फूड्स जैसे सूप और योगर्ट समेत तरल पदार्थ के सेवन को कम करने की सलाह दी जाती है, ताकि सूजन को कम करने में मदद मिल सके. जब किडनी अतिरक्त तरल फूड्स को हटा नहीं पा रहा है, तो उससे पैरों, एड़ियों और यहां तक कि कुछ मामलों में हाथ तक में सूजन हो सकता है.
आसान टिप्स से बनाएं किडनी की सेहत
शारीरिक रूप से सक्रिय रहें और रोजाना व्यायाम करें.
योग और मेडिटेशन का अभ्यास करें.
संतुलित डाइट खाकर हेल्दी वजन बनाए रखें.
साबुत अनाज, ताजा फल, सब्जी, दाल और दलिया को शामिल करें.
जंक, मसालेदार और प्रोसेस्ड फूड्स के इस्तेमाल से बचें
बहुत ज्यादा पानी न पीएं क्योंकि ये किडनी में दबाव डाल सकता है.
स्मोकिंग और अल्कोहल को न कहें. स्मोकिंग से रक्त वाहिकाएं खराब हो सकती हैं, जिससे किडनी में ब्लड फ्लो कम होता है.
अपने डॉक्टर से संपर्क किए बिना सप्लीमेंट्स का इस्तेमाल ने करें क्योंकि उसकी कीमत आपकी किडनी को चुकानी पड़ सकती है
Whey Protein: मसल्स बनाने से लेकर वजन घटाने तक ये हैं Whey Protein के गजब के फायदे
Healthy Protein Source: क्या है Whey Protein? जानिए शरीर के लिए क्यों है इतना जरूरी.
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )