Which Vegetables Should Not Be Reheated: सर्दी के मौसम में पका हुआ भोजन कई दिनों तक बिना फ्रिज में रखे भी ठीक रहता है. गर्मी के दिनों की तरह इस खाने में बैक्टीरिया पनपने और इसके खराब होने का खतरा बहुत अधिक नहीं होता है. इसलिए इस मौसम में ज्यादातर लोग एक ही बार में अधिक मात्रा में सब्जी या चावल जैसी चीजें बनाकर रखना पसंद करते हैं. ताकि बार-बार कुकिंग करने के लिए पानी में हाथ ना डालने पड़े और किचन में ना खड़े रहना पड़े.
ऐसा करना अपने टाइम को बचाने और थोड़ा अधिक समय तक रजाई में सो लेने के लिए तो ठीक है. लेकिन सेहत के मामले में यह आदत बहुत भारी पड़ सकती है. क्योंकि सर्दियों में आने वाली कई सब्जियां ऐसी हैं, जिन्हें बार-बार गर्म करने पर इनके पौषक तत्व तो कम होते ही हैं लेकिन साथ ही ये टॉक्सिक होने लगती हैं. इनका सेवन करना शरीर को धीमा जहर देने जैसा होता है. यहां इन्हीं फूड्स के नाम बताए जा रहे हैं, जिन्हें एक बार से अधिक गर्म नहीं करना चाहिए और तेज आंच पर तो दोबारा रखना ही नहीं चाहिए...
किन सब्जियों को नहीं करना चाहिए बार-बार गर्म?
- पालक
- सेलेरी
- गाजर
- शलजम
- आलू
- शकरकंद
- हरी पत्तेदार सब्जियां.
क्यों सब्जियों को दोबारा गर्म नहीं करना चाहिए?
- ज्यादातर हरी पत्तेदार सब्जियां और जमीन के अंदर उगने वाले गाजर, शलजम जैसी सब्जियों में नाइट्रेट अच्छी मात्रा में पाया जाता है. जब इन सब्जियों को दोबारा गर्म किया जाता है तो नाइट्रेट की मात्रा बहुत अधिक बढ़ जाती है, जो शरीर को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है.
- नाइट्रेट दोबारा गर्म होने के बाद टॉक्सिक हो जाता है और इन सब्जियों को दोबारा गर्म करने के बाद कार्सिनोजेनिक प्रॉपर्टीज रिलीज होने लगती हैं. यानी ऐसे तत्व जो शरीर में कैंसर पैदा करने वाली कोशिकाओं के पनपने की वजह बन सकते हैं.
पालक को दोबारा दोबारा गर्म करने से क्या होता है?
- पालक को खासतौर से एक बार पकाने के बाद दोबारा गर्म नहीं करना चाहिए. क्योंकि इसमें आयरन बहुत अधिक मात्रा में होता है और जब आयरन को अधिक गर्म किया जाता है तो ये ऑक्सिडाइज्ड होने लगता है.
- आयरन जब ऑक्सिडाइज्ड होता है तो बहुत अधिक मात्रा में फ्री-रेडिकल्स बनते हैं, जो शरीर के अंदर जाकर कई जानलेवा बीमारियों का संकट बढ़ाते हैं. बच्चा ना होने की समस्या और कैंसर ऐसी ही दो बीमारियां हैं.
चावल कितनी बार गर्म कर सकते हैं?
- फूड स्टैंडर्ड एजेंसी (FSA) के अनुसार, चावल को पकाकर रूम टेंपरेचर पर छोड़ दिया जाए तो इसमें बकिल्लुस सेरेउस (Bacillus Cereus) नाम के बैक्टीरिया पनप जाते हैं. चावल को दोबारा गर्म करने पर ये बैक्टीरिया तो मर जाते हैं लेकिन रीहीटिंग के दौरान पोर्स जनरेट करते हैं. ये पोर्स टॉक्सिक होते हैं और फूड पॉइजनिंग जैसी गंभीर बीमारी पैदा करते हैं.
इस समस्या का समाधान क्या है?
- पालक को तो आपको किसी भी सूरत में दोबारा गर्म नहीं करना है. ना ही हरी पत्तेदार सब्जियों को गर्म करके खाना है. इसलिए अच्छा है कि आप इन्हें इतनी ही मात्रा में बनाएं कि एक टाइम में खा लें.
- चावल, आलू, शकरकंद, शलजम जैसी सब्जियों को बनाने के बाद गर्मागर्म यूज करें और जो बच जाएं उन्हें बाहर ना छोड़े बल्कि फ्रिज में रखें. ताकि बैक्टीरिया ना पनप पाएं. जितनी मात्रा में खाना हो उतना ही निकालकर गर्म करें और खा लें. लेकिन एक से दो दिन में खाकर समाप्त करें, लंबा स्टोर करके फ्रिज में भी ना रखें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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