Knuckle Cracking: उंगलियां चटकाना हम सब की एक कॉमन सी आदत हैं, काम करते-करते, पढ़ाई करते हुए, या फिर फोन चलाते हुए दिन भर में ना जाने कितनी बार हम अपनी उंगलियां चटकाते हैं. किसी को कोई काम नहीं रहता है तो भी वो उंगलियां चटका लेता है.लोगों को उंगलियां चटकाने में बड़ा मजा आता है, क्योंकि पहले तो इसमें से आवाज आती है, दूसरा इससे उंगलियों का दर्द भी निकलता है. लेकिन कभी आपने यह सोचा है कि आखिर उंगलियां चटकाने पर आवाज क्यों आती है? इसके पीछे क्या कोई साइंटिफिक रीजन है तो चलिए आज हम आपको शरीर की इस अनोखी प्रक्रिया के बारे में बताते हैं.


साइनोवियल फ्लूइड की वजह से उंगलियों से आती है आवाज


वैज्ञानिकों के मुताबिक शरीर के जॉइंट्स में एक फ्लूड्स होता है,जिसे साइनोवियल फ्लूइड ( Synovial Fluid) कहते हैं. जब आप उंगलियां चटकाते हैं तो ज्वाइंट्स के बीच मौजूद इस फ्लूड की गैस रिलीज होती है और उसके अंदर बनने वाले बबल्स भी फूटते हैं. यही कारण है कि उंगलियां चटकाने पर आवाज आती है.आपने गौर किया होगा कि एक बार जब आप उंगलियां चटका लेते हैं तो उसे दोबारा चटकाने के लिए आपको थोड़ा इंतजार करना पड़ता है. कहा जाता है कि इसके लिए आपको 20 मिनट का इंतजार करना होता है.


रिसर्च के मुताबिक सायनोवियल फ्ल्यूड हड्डियों में ग्रीसिंग का काम करता है लेकिन बार-बार उंगलियां चटकाने से उनके बीच होने वाला लिक्विड कम होने लगता है. अगर यह पूरी तरह से खत्म हो जाए तो  धीरे-धीरे जोड़ो में दर्द होने लगता है.


उंगलियां चटकाने से आर्थराइटिस की समस्या होती है?


कुछ लोगों का मानना है कि बार-बार उंगलियां चटकाने से अर्थराइटिस की समस्या हो सकती है. ऐसे में एक रिसर्चर, जिनका नाम डोनाल्ड उंगर है, उन्होंने 60 सालों तक अपने एक हाथ की उंगलियां चटकाई और दूसरे की नहीं वह यह समझना चाहते थे कि क्या उंगलियां चटकाने से अर्थराइटिस होता है या नहीं उनका नतीजा यह था कि ऐसा कोई कनेक्शन नहीं है और उनके दोनों हाथों की स्थिति एक ही जैसी है. अन्य डॉक्टर का भी मानना है कि उंगलियां चटकाने से ऐसी कोई समस्या नहीं होती है. इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है,  लेकिन अन्य स्टडी में दावा किया गया है कि जोड़ों में दर्द या अन्य समस्या हो सकती है. ऐसे में आप उंगलियां चटकाना कम कर दें तो यह आपके सेहत के लिए ही अच्छा है.