एक बार हार्ट अटैक आने के बाद, क्या जीवन भर दवा खानी पड़ती है? यह सवाल कई लोगों के मन में आता है. हार्ट अटैक से उबरने के बाद, दिल को हेल्दी रखने और दूसरी बार अटैक से बचाने के लिए क्या डॉक्टर जीवन भर दवा लेने की सलाह देते हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में..


हार्ट अटैक के बाद दवाओं का महत्व
हार्ट अटैक के बाद, दिल को हेल्दी रखने और दूसरी बार अटैक से बचाने के लिए दवाइयां लेना बहुत महत्वपूर्ण होता है. ये दवाइयां खून को पतला करने, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने, और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करती हैं. इन दवाओं का रोजाना लेने से दिल की सेहत बनाए रखने में मदद करता है.


किस प्रकार की दवाइयां लेनी पड़ती हैं?



  • एंटीप्लेटलेट दवाइयां: जैसे कि एस्पिरिन, जो खून को पतला करने में मदद करती हैं और खून के थक्के बनने से रोकती हैं.

  • बीटा-ब्लॉकर्स: ये दवाइयां दिल की धड़कन को नियंत्रित करती हैं और दिल पर पड़ने वाले दबाव को कम करती हैं.

  • स्टैटिन्स: ये दवाइयां कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करती हैं, जिससे रक्त धमनियों में रुकावट नहीं होती.

  • एसीई इनहिबिटर्स: ये दवाइयां ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने और दिल की कार्यक्षमता को सुधारने में मदद करती हैं. 


दवाओं का सही तरीके से कैसे लें 
दवाओं को सही तरीके से और नियमित रूप से लेना बेहद जरूरी है. इन्हें डॉक्टर द्वारा बताई गई मात्रा और समय पर ही लेना चाहिए.दवाओं को अचानक बंद करने से दिल पर बुरा असर पड़ सकता है और यह खतरनाक हो सकता है. हार्ट अटैक के बाद डॉक्टर आमतौर पर दवाइयां लंबे समय तक चलाने की सलाह देते हैं. यह समय हर मरीज के लिए अलग-अलग हो सकता है, लेकिन अक्सर ये दवाइयां जीवन भर लेने की सलाह दी जाती हैं. कुछ मामलों में, डॉक्टर आपकी स्थिति और हेल्थ को देखते हुए दवाइयों की मात्रा कम कर सकते हैं या कुछ दवाइयां बंद कर सकते हैं. लेकिन सामान्यतः, दिल को हेल्दी रखने के लिए दवाइयां लंबे समय तक लेनी पड़ती हैं. 


लाइफस्टाइल में बदलाव 
हार्ट अटैक के बाद दवाइयों के साथ अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करना बहुत जरूरी है. सही खाना खाना, रोज़ एक्सरसाइज करना, सिगरेट और शराब से दूर रहना, कम तनाव लेना और समय-समय पर डॉक्टर को दिखाना दिल की हेल्थ के लिए बहुत महत्वपूर्ण है. इन सब चीजों से दिल की बीमारियों का खतरा कम हो सकता है. 


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.


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