Why Sunscreen Is Important: गर्मियों का मौसम आते ही जैसे आपके कपड़े की चॉइस बदल जाती है उसी तरह मौसम के अनुसार स्किन केयर करना भी जरुरी होता है. धूप में रहने के कारण आपकी त्वचा डल हो सकती है. ऐसे में इसका खास ख्याल रखना जरूरी है. सूरज की यूवी किरने त्वचा को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती है. जिससे समय से पहले बुढ़ापा, सनबर्न और यहां तक कि त्वचा कैंसर भी हो सकता है.


अपनी त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाना बहुत जरूरी है और ऐसा करने के लिए सनस्क्रीन क्रीम का उपयोग करना सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है. हालांकि अभी भी कुछ लोगों के मन में ये सवाल होता है कि आखिर यह सनस्क्रीन में होता क्या है जो यह त्वचा को हानिकारक किरणों से बचाने का काम करती है. इन सभी सवालों का जवाब हम आपको दे रहे हैं आगे की आर्टिकल में. आइए जानते हैं इनके बारे में विस्तार से...


क्यों खास है सनस्क्रीन?


सनस्क्रीन हमारी त्वचा पर एक परत की तरह काम करती है जो तेज धूप से सूरज की पराबैंगनी किरणों से हमारी त्वचा को सूरज से होने वाले सीधे नुकसान से बचाती है. सनस्क्रीन में त्वचा को सूरज की हानिकारक किरणों से बचाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण चीजें होती है. जैसे जिंक ऑक्साइड, टाइटेनियम ऑक्साइड. ये हमारी त्वचा को एजिंग इफेक्ट यानी असमय बुढ़ापे और सनबर्न से बचाती है.


लेकिन सनस्क्रीन का प्रभाव सबसे ज्यादा इस बात पर निर्भर करता है कि उस में मौजूद एसपीएस यानी सन प्रोटेक्टिंग फैक्टर क्या है. सनस्क्रीन में एसपीएफ जितना ज्यादा होगा सनस्क्रीन उतना ज्यादा प्रभावी होगा.अगर आपके सनस्क्रीन में एसपीएफ की मात्रा 15 है तो त्वचा को 15 गुना ज्यादा सन प्रोटेक्शन मिलता है.


वहीं अगर आप बिना सनस्क्रीन का इस्तेमाल किए तेज धूप में निकलती है तो त्वचा झुलसने की आशंका 15 गुना तक बढ़ जाती है. विशेषज्ञों की मानें तो धूप से सुरक्षित रहने के लिए सबसे अच्छा 30 और 50 एसपीएफ वाला सनस्क्रीन होता है.


सनस्क्रीन लगाने का सही तरीका


सनस्क्रीन के ज्यादा फायदा लेने के लिए आप इसे बाहर जाने से कम से कम 10 मिनट पहले ही लगा लें और हर 2 घंटे में इसको लगाएं. पहले सनस्क्रीन का उपयोग करना चाहिए फिर मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल कर सकते हैं. जो लोग मेकअप करते हैं उन्हें भी सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना चाहिए.आंखों के नीचे सनस्क्रीन लगाकर बाहर निकलें इससे आंखों के नीचे आई बैग्स नहीं होता


सनस्क्रीन के फायदे



  • सनबर्न से बचाते हैं.

  • टैनिंग की समस्या नहीं होती.

  • त्वचा हेल्दी रहती है.

  • स्किन कैंसर से बचाव होता है.

  • हाइपरपिगमेंटेशन से छुटकारा मिलता है.

  • एक्ने मार्क्स को कम करने में सहायक होता है.

  • स्किन की प्रीमेच्योर एजिंग से राहत मिलता है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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