Left out water at night: रात को सोते समय हम सभी गिलास या बॉटल में पानी भरकर अपने बेड के पास रखते हैं. ताकि रात को प्यास (Thirst at night) लगने पर इस पानी का सेवन किया जा सके. यह एक अच्छी प्रैक्टिस (Good habits) है, जो हमने अपनी पुरानी पीढ़ियों से सीखी है. लेकिन बुजुर्गों की एक सीख जिसे ज्यादातर शहरी लोग भूल चुके हैं, वो है रातभर रखे हुए पानी का सेवन ना करना.
पुराने समय में रात को जो पानी भरकर रखा जाता था (Stale water), उसमें से बचे हुए पानी को अगले दिन पीने के काम में नहीं लिया जाता था बल्कि पेड़-पौधों में डाल दिया जाता था. गांवों में ज्यादातर लोग आज भी इस नियम को फॉलो करते हैं लेकिन शहर के लोग इसे भूल चुके हैं. हालांकि इस नियम को भूल जाना या फॉलो ना कर पाना शहर के लोगों की मजबूरी भी है. क्योंकि यहां तो ज्यादातर समय स्टोर किया हुआ पानी ही पीने को मिलता है. यह एक बड़ा कारण है कि गांवों के लोगों की तुलना में शहर के लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता (Immunity Power) बहुत कमजोर होती जा रही है.
क्यों नहीं पीना चाहिए रातभर रखा हुआ पानी?
जब पानी हवा के संपर्क में आता है और दो घंटे से अधिक समय तक रखा रहता है, तब कार्बन डाइऑक्साइड इस पानी के साथ रिऐक्शन करना शुरू कर देती है और इससे पानी का पीएच लेवल कम हो जाता है.
इस रासायनिक क्रिया के बाद पानी का कंपोजिशन भी बदल जाता है और कुछ हद तक पानी का स्वाद भी बदल जाता है. ऐसे में इस पानी को लेकर हर किसी का शरीर अलग तरह से रिऐक्ट कर सकता है. किसी को कुछ समय बाद समस्या नजर आ सकती है और किसी को लंबे समय बाद.
रातभर रखा हुआ पानी बैक्टीरिया और डस्ट के लिए एक्सपोज हो चुका होता है. खासतौर पर अगर यह गिलास या जग में रखा हो. ऐसे में यह आपके शरीर में पॉल्यूटेंट्स (Pollutants) बढ़ाने का काम करता है.
रात में पानी को कैसे स्टोर करें?
- तांबे के बर्तन के बारे में सभी जानते हैं. यह बर्तन पानी की गुणवत्ता को बढ़ाने का काम करता है. आप रात को समय पीने के लिए पानी कॉपर के बर्तन या बॉटल में भरकर रखें. कॉपर के गुण पानी में मिली अशुद्धियों को भी दूर करने का काम करते हैं.
- ध्यान रखें कि तांबे के बर्तन में रातभर रखा गया पानी सिर्फ खाली पेट पीना ही लाभकारी होता है. यदि आप इसे दिनभर पिएंगे तो पाचन बेहतर बनने की जगह खराब हो सकता है.
- आप जो बॉटल वॉटर उपयोग में लाते हैं, उस बॉटल की हाइजीन और पानी की क्वालिटी को मेंटेन रखने का प्रयास करें. बॉटल को गंदे हाथों से ना छुएं और पानी को खुला ना छोड़ें.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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