माता-पिता की शराब पीने की आदतें बच्चों को कर देती हैं बीमार, रिसर्च में हुआ खुलासा
एक नई रिसर्च में पता चला है कि अगर माता-पिता ज्यादा शराब पीते हैं, तो इससे उनके बच्चों की हेल्थ पर बुरा असर पड़ सकता है. बच्चों में बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है. आइए जानते हैं इसके बारे में..
हाल ही में किए गए एक नए शोध में यह सामने आया है कि माता-पिता की शराब पीने की आदतें उनके बच्चों के हेल्थ पर गंभीर असर डाल सकती हैं. टेक्सास ए एंड एम यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों द्वारा किए गए इस अध्ययन में पता चला है कि जिन माता-पिता दोनों ही शराब का अधिक सेवन करते हैं, उनके बच्चों में उम्र बढ़ने की प्रक्रिया तेजी से हो सकती है और वे गंभीर बीमारियों के शिकार हो सकते हैं.
शराब का असर बच्चों पर कैसे पड़ता है?
जब माता-पिता शराब का अधिक सेवन करते हैं, तो इससे उनके बच्चों के शरीर पर बुरा असर पड़ता है. इस कारण बच्चों में 'भ्रूण अल्कोहल स्पेक्ट्रम विकार' (FASD) नामक समस्या पैदा हो सकती है. यह विकार बच्चों के शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक विकास में रुकावट डालता है. ऐसे बच्चों में कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, जैसे कि टाइप 2 डायबिटीज, हृदय रोग, और मानसिक विकार. आमतौर पर ये बीमारियां 40-50 साल की उम्र में होती हैं, लेकिन FASD से पीड़ित बच्चों में ये बीमारियां कम उम्र में ही दिखने लगती हैं.
बच्चों पर पड़ता है ये असर
बच्चों की इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है, जिससे वे बार-बार बीमार पड़ सकते हैं. इसके अलावा, मानसिक तनाव और चिंता भी उनमें जल्दी विकसित हो सकते हैं, जिससे उनके जीवन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है. माता-पिता की शराब की आदतें बच्चों के हेल्थ और भविष्य दोनों के लिए हानिकारक साबित हो सकती हैं.
मेंटल हेल्थ पर पड़ता है असर
इस अध्ययन में यह भी पाया गया है कि शराब पीने वाले माता-पिता के बच्चों में मानसिक विकारों का खतरा भी अधिक होता है. इन बच्चों में तनाव, चिंता और अन्य मानसिक समस्याएं जल्दी आ सकती हैं. इससे उनके शारीरिक विकास पर भी नकारात्मक असर पड़ता है, और वे कम उम्र में ही बुजुर्गों जैसी बीमारियों का सामना कर सकते हैं.
क्या करें माता-पिता?
इस अध्ययन के नतीजे बताते हैं कि माता-पिता को अपनी शराब पीने की आदतों पर कंट्रोल रखना चाहिए, क्योंकि इसका सीधा असर उनके बच्चों के हेल्थ पर पड़ता है. बच्चों के हेल्थ और खुशहाल भविष्य के लिए जरूरी है कि माता-पिता अपने जीवन में सुधार लाएं और एक हेल्दी वातावरण बनाएं. ऐसा करने से न केवल बच्चों का शारीरिक और मानसिक विकास सही दिशा में होगा, बल्कि उनका भविष्य भी उज्ज्वल रहेगा.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
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