फ्रूट जूस और कॉफी ज्यादा पीते हैं तो हो जाएं सावधान, खतरे में पड़ सकती है जान
वैज्ञानिकों ने बताया कि खासतौर से बाजार में मिलने वाले पैक्ड फ्रूट जूस सेहत के लिए सबसे ज्यादा घातक हैं. इनमें एडेड शुगर होती है जो ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा देती है.
भारत में ऐसे कई लोग हैं जो सुबह उठते ही सबसे पहले कॉफी पीते हैं या फिर फ्रूट जूस लेते हैं. अगर आपको भी फ्रूट जूस या कॉफी पीने का शौक है तो ये खबर आपको सावधान करने के लिए है. दरअसल, एक नई स्टडी में पता चला है कि फ्रूट जूस या कॉफी ज्यादा पीना आपके लिए जानलेवा हो सकता है. चलिए आपको इस आर्टिकल में बताते हैं कि कैसे फ्रूट जूस या कॉफी आपके लिए जानलेवा साबित हो सकती है.
क्या है पूरी खबर
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में हुई एक स्टडी में पता चला है कि जो लोग फ्रूट जूस या कॉफी ज्यादा पीते हैं उनको स्ट्रोक का खतरा सामान्य लोगों के मुकाबले बढ़ जाता है. आपको बता दें, स्ट्रोक एक मेडिकल इमरजेंसी है, जिसमें लोगों की जान भी जा सकती है.
रिसर्च में क्या-क्या बातें सामने आईं
रिसर्च के दौरान वैज्ञानिकों ने अलग-अलग ड्रिंक्स का सेहत पर पड़ने वाले असर को समझा. रिपोर्ट आने पर पता चला कि जो लोग फ्रूट जूस या फिर कॉफी ज्यादा पीते हैं, उनमें स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. इस रिसर्च के लिए हजारों लोगों का डाटा एलालिसिस किया गया था.
वैज्ञानिकों ने बताया कि खासतौर से बाजार में मिलने वाले पैक्ड फ्रूट जूस सेहत के लिए सबसे ज्यादा घातक हैं. इनमें एडेड शुगर होती है जो ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ा देती है. इससे शरीर के भीतर का इंसुलिन स्तर बढ़ जाता है और दिल पर इसका बुरा असर पड़ता है. हालांकि, सेहत के लिए सिर्फ पैक्ड फ्रूट जूस ही खतरनाक नहीं हैं. बल्कि ताजे फलों का जूस भी सेहत के लिए ठीक नहीं है.
रिसर्च में पाया गया कि जो लोग ताजे फलों का जूस भी ज्यादा पीते हैं, उनमें भी स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है. वहीं कॉफी की बात करें तो दिन में चार कप से ज्यादा कॉफी पीना सेहत के लिए हानिकारक हो सकता है. 4 कप से ज्यादा कॉफी पीने से स्ट्रोक का खतरा बढ़ जाता है.
फ्रूट जूस की जगह फल खाएं
एक्सपर्ट्स की मानें तो इंसानों को फ्रूट जूस पीने की बजाय फल खाने चाहिए. फल सेहत के लिए अच्छे होते हैं और उससे शरीर में विटामिन्स के साथ-साथ फाइबर भी पहुंचता है. दरअसल, जब आप सिर्फ फ्रूट जूस पीते हैं तो उसमें फल का रस और शुगर होता है. फाइबर निकल जाता है. इसके अलावा एक ग्लास जूस बनाने में ढेर सारे फलों का इस्तेमाल होता है. जबकि, जब हम फल खाते हैं तो उनकी संख्या एक या दो होती है.
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )