क्या कहते हैं शोधकर्ता-
शोधकर्ताओं ने दावा किया है कि कुछ खाद्य और औषधीय मशरूमों में ऐसे बायोएक्टिव यौगिक होते हैं जो मस्तिष्क में तंत्रिका कोशिकाओं की वृद्धि बढ़ा सकते हैं और सूजन जैसी न्यूरोटोक्सिस उत्तेजनाओं से रक्षा करते हैं जो न्यूरोडिजिनेरेटिव बीमारियों का कारण बनती है.
किसने की रिसर्च-
मलेशिया में मलाया यूनिवर्सिटी से विकिनेश्वर्य सबारत्नम समेत शोधकर्ताओं ने खाने योग्य मशरूम के स्वास्थ्य पर पड़ने वाले फायदों का विश्लेषण किया.
रिसर्च के नतीजे-
उन्होंने बताया कि शोध के नतीजों से पता चला कि मशरूम उम्र संबंधी न्यूरोडिजिनेरेटिव बीमारियों से बचने या उन्हें कुछ समय के लिए टालने में अहम भूमिका निभाते हैं.
शोधकर्ताओं ने मशरूमों के बायोएक्टिव यौगिकों की गतिविधि पर ध्यान केन्द्रित किया जिससे तंत्रिका कोशिकाओं की रक्षा हो सकती है.
क्या कहते हैं एक्सपर्ट-
अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ सेन्ट्रल फ्लोरिडा के संपत पार्थसारथी ने कहा कि कार्डियोमेटाबोलिक बीमारियों और कैंसर में फायदेमंद साबित होने वाले खाद्य पदाथरें के विपरीत न्यूरोडिजिनेरेटिव बीमारियों के लिए फायदेमंद खाद्य पदार्थ पर केन्द्रित बहुत कम अध्ययन हुये हैं. इस हालिया अध्ययन से तंत्रिका कोशिकाओं की रक्षा करने वाले और खाद्य सामग्री की पहचान करने के लिए प्रोत्साहन मिल सकता है.