दोपहर के खाने में खाते हैं ठंडा चावल तो संभल जाएं, क्योंकि सेहत को हो सकते हैं गंभीर नुकसान
क्या दोपहर के वक्त ठंडा चावल खाना सेहत के हिसाब से ठीक है? आइए जानते हैं...
आजकल की फास्ट लाइफ में लोग खाने के टेबल पर भी ज्यादा वक्त नहीं बिताते हैं. मॉर्निंग हो या दोपहर या रात का डिनर लोग चाहते हैं कि फटाफट खत्म करें और फिर अपने काम में बिजी. आजकल दोपहर के वक्त ठंडा खाना खाने का एक कल्चर सा हो गया है. ज्यादातर लोग उस वक्त ऑफिस में रहते हैं तो वह चाहते हैं कि बस खाना खाओ और काम पर वापसी करो. इसलिए घर से लाए खाने को वह दोबारा गर्म नहीं करते हैं और इसी चक्कर में वह ठंडा खाना ज्यादा प्रीफर करते हैं. खासकर दोपहर के वक्त ठंडा चावल लोग खाते हैं. आज हम अपने आर्टिकल के जरिए इसी पर बात करेंगे कि क्या दोपहर के वक्त ठंडा चावल खाना सेहत के लिए ठीक है?
जब हम खाना खाते हैं तो शरीर के अंदर के बदलाव आते हैं?
पाचन संबंधी दिक्कतें
कई हेल्थ एक्सपर्ट यह बता चुके हैं कि गर्म खाना से पाचन बेहतर और स्ट्रॉन्ग होता है. दिल्ली के अपोलो हॉस्पिटल में कार्यरत एमएससी न्यूट्रिशन और आहार विशेषज्ञ प्रिया बंसल के मुताबिक ठंडा चावल खाने से पाचन संबंधी दिक्कतें शुरू हो जाती है. पाचन खराब होने लगता है. जब आप ठंडा खाना खाते हैं तो उसे पचाने के लिए पेट को ज्यादा एनर्जी लगाने लगाने लगता है. ठंडा चावल खाने के बाद पेट भारी लगने लगता है. साथ ही पेट में सूजन हो जाता है.
पोषक तत्वों की कमी
ठंडे चावल सहित ठंडा खाना, शरीर द्वारा पोषक तत्वों के अवशोषण को प्रभावित कर सकता है. बंसल ने कहा कि कम तापमान से ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित हो सकता है. ब्लड सर्कुलेशन सिकुड़ भी सकता है. जिसकी वजह से पाचन तंत्र में ब्लड सर्कुलेशन कम हो जाता है. परिणामस्वरूप, आवश्यक विटामिन, खनिज और मैक्रोन्यूट्रिएंट्स के अवशोषण से समझौता किया जा सकता है. समय के साथ यह पोषक तत्वों की कमी और समग्र स्वास्थ्य से समझौता में योगदान दे सकता है.
शरीर में टॉक्सिक का बढ़ना
बार-बार ठंडे चावल को गर्म करने से उसमें बैसिलस सेरेस जैसे हानिकारक बैक्टीरिया पनपने लगते हैं.बंसल ने कहा कि बैक्टीरिया कई तरह के जहर को खाना में बढ़ा सकती है. जिसकी वजह से खाना जहरीला हो सकता है. बैक्टीरिया पनपने के जोखिम को करने के लिए ताजा खाना हमारी सेहत के लिए बहुत जरूरी है.
बढ़ी हुई गैस और सूजन
ठंडा खाना खासकर ठंडे चावल का खाना गैस और सूजन को बढ़ाने में योगदान दे सकता है. बंसल के मुताबिक ठंडा पाचन प्रक्रिया को धीमा कर देते हैं. जिससे आंत में कार्बोहाइड्रेट किण्वन हो जाता है. यह किण्वन गैस पैदा करता है. जिससे असुविधा सूजन और यहां तक कि पेट फूलना भी होता है. धीमी पाचन क्रिया के कारण कुछ व्यक्तियों में कब्ज भी हो सकता है.
पोषण असंतुलन
ठंडा खाने में ताजगी का अभाव होता है. उसमें विटामिन, आयरन और एंटीऑक्सिडेंट जैसे आवश्यक पोषक तत्व कम हो सकते हैं.
स्लो पाचन क्रिया
ठंडे भोजन के सेवन से आपके शरीर का मुख्य तापमान कम हो सकता है. जिससे चयापचय दर में गिरावट आ सकती है. चयापचय गतिविधि में यह कमी आपको सुस्त महसूस करा सकती है.
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