आजकल की लाइफस्टाइल मॉर्डन होने के साथ-साथ काफी ज्यादा भागदौड़ वाली है. यह स्मार्टफोन और इंटरनेट का जमाना है. लोगों के पास फुर्सत नहीं है कि वह शांति से बैठकर फैमिली के साथ खाना खाए. जिसको देखों उसकी जिंदगी में भागम-भाग लगी हुई है. सुबह लोगों को जल्दी से ऑफिस पहुंचना होता है दोपहर में ऑफिस में ही फटाफट लंच और रात तक शरीर इतना ज्यादा थक जाता है कि बस ये लगता है कि खाकर सो जाओ. मतलब कुल मिलाकर बात यह है कि आपको शांति से खाने का वक्त नहीं मिल पाता है. वहीं आयुर्वेद जल्दबाजी में खाने की आदत को गलत मानता है. आयुर्वेद के मुताबिक खाना को धीरे-धीरे और चबाकर खाना चाहिए. वहीं साइंस भी इसे सही मानती है.
हो सकती है गैस और ब्लॉटिंग की समस्या
कई रिसर्च में यह बात साफ कही गई है कि जल्दी-जल्दी और खाना का बड़ा टुकड़ा खाने से खाना और हवा दोनों साथ में पेट में चले जाते हैं जिसके कारण गैस और ब्लॉटिंग की समस्या शुरू होती है. अगर आप भी उन लोगों में से है जिन्हें जल्दी-जल्दी खाने की आदत है तो वह जान लें कि इससे काफी ज्यादा नुकसान होता है.
तेजी से बढ़ता है वजन
साइंस के मुताबिक जब हम खाना खाते हैं तो खाने के 20 मिनट के अंदर पेट भरने का सिग्नल देता है. अगर आप जल्दी-जल्दी खाना खाते हैं तो 20 मिनट से पहले ही आपका पेट सिग्नल देने लगता है. जिसका नतीजा होता है मोटापा, ओबेसिटी, तेजी से वजन बढ़ना.
इंसुलिन रेजिस्टेंस
तेजी से खाना खाने वाले के शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस का खतरा काफी तेजी से बढ़ता है. जिसके कारण हाई बीपी बढ़ने के साथ-साथ इंसुलिन के लेवल में भी गड़बड़ी होती है. यह गड़बड़ी छोटी-मोटी गड़बड़ी नहीं बल्कि मेटाबॉलिक दिक्कतें पैदा करती हैं.
टाइप-2 डायबिटीज
तेजी से खाना खाने के कारण टाइप-2 डायबिटीज होने का खतरा बढ़ जाता है. और आप डायबिटीज के मरीज बन सकते हैं. ब्लड में शुगर लेवल का बढ़ना और इंसुलिन का बिगड़ना टाइप-2 डायबिटीज का कारण हो सकता है.
मेटाबॉलिक गड़बड़ी
जल्दी-जल्दी खाना खाने के कारण डायबिटीज का खतरा तो बढ़ता ही है. मोटापा के साथ-साथ मेटाबॉलिज्म भी बिगड़ जाती है. जिसका सीधा कनेक्शन हार्ट से होता है.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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