Bone Health:प्रोटीन और कैल्शियम दोनों ही हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए जरूरी है. अक्सर इसकी कमी को पूरा करने के लिए हम एनिमल से प्रोटीन लेना ज्यादा अच्छा समझते हैं. ऐसा करना सही भी है क्यों कि इसमें प्रोटीन और कैल्शियम भरपूर मात्रा में मौजूद होता है,लेकिन एनिमल प्रोटीन से हड्डियों के डैमेज होने का खतरा बना रहता है.न्यूट्रिशनिस्ट अंजलि मुखर्जी ने इस विषय पर बात करते हुए कहा है कि प्रोटीन आहार हमारे हड्डियों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है और कैल्शियम की कमी का कारण बन सकता है. प्रोटीन हड्डी के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण तो है लेकिन बहुत ज्यादा पशु प्रोटीन, विशेष रूप से लाल मांस आपकी हड्डियों को नुकसान पहुंचा सकता है.


हड्डियों को डैमेज कर सकता है एनिमल प्रोटीन


आहार विशेषज्ञ ने यह भी कहा कि किसी को अपने प्रोटीन सेवन के लिए सिर्फ रेड मीट पर निर्भर नहीं रहना चाहिए,बल्कि इससे अपने आहार में डेयरी, मछली चिकन यहां तक कि पौधों से भी प्रोटीन लेना चाहिए. विशेषज्ञ बताती हैं कि भरपूर मात्रा में फलों सब्जियों और साबुत अनाज के साथ प्रोटीन संतुलित होना चाहिए. मास में उच्च फास्फोरस टू कैल्शियम होता है जो कैल्शियम उत्सर्जन को बढ़ाता है और हड्डियों के डैमेज का कारण बन सकता है.इसके अलावा एनिमल प्रोटीन में शामिल रेड मीट रक्त को एसिडिक बना सकता है और हड्डियों से कैल्शियम को हटा सकता है.कई शोध तो इस बात की तरफ इशारा करती है कि बहुत ज्यादा जो लोग मांस का सेवन करते हैं उनमें ओस्टियोपोरोसिस और फ्रैक्चर होने का खतरा ज्यादा रहता है. ऐसे में प्लांट बेस्ड प्रोटीन कहीं ज्यादा सेवन करना चाहिए



एक्सपर्ट बताती हैं कि अगर आप प्रोटीन की पूर्ति के लिए नॉन वेज फूड जैसे मीट का सेवन करते हैं तो अन्य लोगों की तुलना में आपकी हड्डियों संबंधित बीमारी होने का ज्यादा खतरा रहता है, क्योंकि पशु आधारित हाई प्रोटीन डाइट कैल्शियम की कमी का कारण बनते हैं जो बोन हेल्थ के लिए सबसे ज्यादा जरूरी है.एक रिपोर्ट के मुताबिक अगर आप 1 दिन में 90 ग्राम से ज्यादा रेड मीट खाते हैं तो इसमें 70 ग्राम तक की कटौती आपके लिए सेहतमंद साबित हो सकती है.


दिल की बीमारी का भी होता है खतरा


अत्यधिक रेड मीट के सेवन से मधुमेह, हृदय रोग और कुछ कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. अगर आप ज्यादातर मांस खाते हैं तो आपको फाइबर की कमी हो सकती है. लाल मांस आपके दिल की सेहत को बिगाड़ सकता है. यह दिल के संबंधित समस्याओं के जोखिम को 3 गुना बढ़ा सकता है.


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, एबीपी न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है. इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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