Onion Benefits: अक्सर आपने गौर किया होगा कि गर्मियों के मौसम में लोग कच्चे प्याज का सेवन खूब करते हैं. इसके अलावा आप किसी रेस्टोरेंट में भी जाते हैं तो प्याज जरूर से सर्व किया जाता है. इसके कई वैराइटीज होते हैं. जैसे लच्छा प्याज, सिरके वाला प्याज, मसाले वाला प्याज, सलाद, वगैरा-वगैरा.इससे खाने का मजा दोगुना हो जाता है. ये तो हो गई स्वाद की बात लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्याज खाने से सेहत को कितने लाभ मिलते हैं. दरअसल प्याज में एंटी एलर्जी. एंटीऑक्सीडेंट. एंटीकार्सिनोजेनिक गुण होते हैं. इसके अलावा प्याज में भरपूर मात्रा में विटामिन ए. विटामिन बी कंपलेक्स और विटामिन सी भी पाया जाता है. तो चलिए आपको प्याज से मिलने वाले कुछ फायदे बताते हैं...


प्याज खाने के फायदे


हीट स्ट्रोक से बचाए-गर्मी में बढ़ते तापमान के बीच हीट स्ट्रोक का खतरा सबसे ज्यादा बना रहता है. ऐसे में अगर आप प्याज का सेवन करते हैं तो हीट स्ट्रोक के खतरे को कम कर सकते हैं. प्याज में भरपूर मात्रा में पानी होता है, जो शरीर में पानी की कमी को दूर करने में हमारी सहायता करता है. यही वजह है कि लोग गर्मियों में प्याज खाते हैं.


रोग प्रतिरोधक क्षमता- प्याज खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बहुत ही मजबूत होती है. यह इम्यूनिटी सिस्टम को बूस्ट करके संक्रामक बीमारियों से बचा सकता है. सर्दी-जुखाम की समस्या को दूर करने में हमारी मदद करते हैं. प्याज में इम्यून सेल्स को मेंटेन करने का गुण होता है. ऐसे में अगर आप अपने इम्यूनिटी को बूस्ट करना चाहते हैं तो प्याज को अपने डिनर या लंच का हिस्सा बनाएं.


मधुमेह- अध्ययन में इस बात की पुष्टि हुई है कि प्याज का रस रक्त शर्करा को नियंत्रित कर सकता है. प्याज में क्रोमियम होता है. जिस कारण ये मधुमेह के मरीजों के लिए फायदेमंद है.साथ ही इसमें सल्फर, क्वेरसेटिन और एंटीडायबिटिक गुण होते हैं, जो रक्त शर्करा पर सकारत्मक असर डालते हैं.मधुमेह जैसी समस्या में प्याज खाना काफी फायदेमंद हो सकता है.


पाचन तंत्र-प्याज खाने से पाचन तंत्र को भी दुरुस्त किया जा सकता है. दरअसल प्याज में फाइबर की मात्रा होती है जिससे कब्ज और गैस जैसी समस्याएं दूर हो सकती है. यह आंतों में अच्छे बैक्टीरिया को पनपने में मदद करता है. ताकि आंत ठीक से काम कर सके.


हड्डियों को मजबूत करे- रिसर्च के मुताबिक प्याज ओस्टियोपोरोसिस के जोखिम को कम कर सकता है.इसमें मौजूद क्वेरसेटिन इतना असरकारी है कि ये ल्यूकोट्रिएन, प्रोस्टाग्लैंडिंस और हिस्टामाइन के प्रभावों को कम कर सकता है. इससे जोड़ों के दर्द से भी राहत मिलती है. अर्थराइटिस में होने वाले सूजन में भी आराम मिलता है


Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.


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