होली (Holi) का त्योहार करीब आ रहा है. होली आते ही बाजारों में रंग और पकवानों की दुकानें सज जाती हैं. कलरफुल चिप्स-पापड़, कचरी देखते ही मुंह में पानी आने लगता है. चिप्स, पापड़ और पकवान के बिना होली अधूरी होती है. कलरफुल चिप्स-पापड़ सेहत को काफी ज्यादा नुकसान भी पहुंचा सकती है. आज हम बताएंगे यह हेल्थ के लिए कितना ज्यादा नुकसान साबित हो सकता है?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि कलरफुल चिप्स पापड़ में कपड़ों के रंग का इस्तेमाल किया जाता है. जिससे सेहत खराब होने लगता है. डॉक्टर के मुताबिक ऐसे चिप्स खाने से सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है. बाजारों में लाल, पीले, कचरी पापड़ के भरमार मिले है.
कलरफुल पापड़ खाने से होने वाले शीरीरिक नुकसान
यह केमिकल से भरपूर पापड़ सेहत के लिए काफी ज्यादा नुकसानदायक साबित हो सकता है. सिर्फ इतना ही नहीं ये अस्थमा के जोखिम को भी बढ़ा सकती है. साथ ही यह किडनी, लिवर, आंत और फेफड़ों में इंफेक्शन का कारण भी बनती है.
यह डायरिया का कारण भी बन सकती है साथ ही इसे ज्यादा खाने से प्रेग्नेंट महिलाओं का गर्भपात भी हो सकता है. इसके कारण एसीडिटी की शिकायत भी हो सकती है. इसलिए इसे सस्ती दुकानों से खरीदने से बचना चाहिए. अगर पापड़ खाना पसंद है तो ब्रांडेड ही खरीदें और जांच परख कर ही बाजार से खरीदें.
दैनिक जागरण में छपी खबर के मुताबिक चिप्स और पापड़ खाने के कारण पेट और त्वचा संबंधी दिक्कतें पैदा हो सकती है. इसमें कैमिकल कलर, लेडस कैडमियम सल्फाड और क्रोमियम मिले होते हैं. जो लिवर को काफी हद तक डैमेज कर सकती है. इससे डायरिया हो सकता है.
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डीहाईड्रेश और खून पेचिश
अगर कोई व्यक्ति ज्यादा पापड़ खाता है तो वह डीहाईड्रेशन का शिकार हो सकता है. इसमें डाले जाने वाल कलर एकदम सेहत के लिए अच्छा नहीं है.