आलू लोकप्रिय सब्जियों में से एक है. लोग अक्सर आलू के साथ कई तरह के एक्सपेरिमेंट करते रहते हैं. कई लोग हरी सब्जियों के साथ तो कुछ इसे नॉन वेज के साथ भी इसका फ्लेवर लेना खूब पसंद करते हैं. लेकिन समय के साथ-साथ आलू ने भी समाज में अपनी एक खास प्रतिष्ठा बना ली है.


आलू में कार्बोहाइड्रेट और स्टार्च भरपूर मात्रा में होता है. आलू के बारे में अक्सर एक बात कही जाती है कि ब्लड शुगर बढ़ाने के साथ-साथ वजन भी बढ़ाती है. 'यूएस हार्वर्ड टीएच चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ' के अनुसार, "आलू और इसी तरह तेजी से पचने वाले, उच्च कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थों से मोटापा, मधुमेह और दिल की बीमारी का खतरा बढ़ता है. लेकिन हाल ही में पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक यह सुझाव देते हुए कि अधिक आलू खाने से वास्तव में मृत्यु दर का जोखिम कम हो जाता है?


रिसर्चर ने इसमें 77 हजार से भी ज्यादा लोगों को शामिल किया


जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में पब्लिश एक रिपोर्ट के मुताबिक आलू खाने से दिल की बीमारी का खतरा कम होता है.  साथ ही साथ मृत्यु का जोखिम भी कम होता है.  1974 से 1988 तक तीन दशकों से अधिक समय तक नॉर्वे के लोगों के एक बड़े समूह पर यह खास रिसर्च की गई.  शोधकर्ताओं ने 77,297 वयस्कों पर डेटा एकत्र किया और उन्हें तीन स्वास्थ्य जांच से गुजरने के लिए शामिल किया. उन्होंने उनके द्वारा खाए जाने वाले आलू की मात्रा को समझने के लिए उनके आहार सेवन के बारे में जानकारी एकत्र की.


इस रिसर्च के लीड करने वाले एरिक क्रिस्टोफर अर्नेसन ने अपनी टीम के साथ मिलकर पाया कि जो लोग सबसे ज़्यादा आलू खाते हैं - प्रति सप्ताह 14 या उससे ज़्यादा - उनमें सभी में मृत्यु का जोखिम उन लोगों की तुलना में थोड़ा कम था जो सबसे कम आलू खाते हैं. प्रति सप्ताह 6 या उससे कम. शोधकर्ताओं ने पाया कि आलू के ज़्यादा सेवन से हृदय रोग, कोरोनरी धमनी रोग (एक प्रकार का हृदय रोग) और दिल के दौरे से मृत्यु के जोखिम में भी थोड़ी कमी आई.


Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें. 


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