खाना हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, लेकिन कभी-कभी हमारे खाने की आदतें हमारी भावनाओं से प्रभावित होती हैं. "इमोशनल इटिंग" और "माइंडफुल इटिंग" दो ऐसे शब्द हैं जो हमारे खाने के तरीके को बताते हैं, पर दोनों के बीच में बड़ा अंतर है. इमोशनल इटिंग में, लोग अपनी भावनाओं, जैसे कि तनाव, उदासी, या बोरियत, के कारण खाते हैं. इसमें खाना एक सांत्वना या भावनात्मक राहत के रूप में आता है. दूसरी ओर, माइंडफुल इटिंग खाने के प्रति जागरूकता और समझदारी को बढ़ावा देती है. इसमें खाने के प्रति पूरी तरह से सजग रहते हुए, उसे खाते हैं.जिससे हम अपने शरीर की भूख और संतुष्टि को बेहतर समझ पाते हैं.
इमोशनल इटिंग और माइंडफुल इटिंग में क्या अंतर है? दोनों में से क्या है बेहतर
एबीपी लाइव
Updated at:
28 Feb 2024 02:38 PM (IST)
इमोशनल इटिंग में लोग अपनी भावनाओं के कारण खाते हैं और माइंडफुल इटिंग में, खाने पर पूरा ध्यान दिया जाता है, सही मात्रा में और स्वस्थ खाना खाया जाता है. आइए जानते हैं क्या बेहतर है.
माइंडफुल इटिंग और इमोशनल इटिंग
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Published at:
28 Feb 2024 02:35 PM (IST)
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