नई दिल्ली: एशिया की सबसे बड़ी स्टडी के मुताबिक ज्यादा रेड मीट और चिकन खाने से डायबिटीज का खतरा बढ़ सकता है.


क्या कहती है रिसर्च-
वेजिटेरियन डायट को आमतौर पर नॉन-वेजिटेरियन डायट से हेल्दी माना जाता है लेकिन सभी मीट खतरे को सामान रूप से प्रभावित नहीं करते. रेड मीट और चिकन में हीम आयरन की मात्रा ज्यादा होती है जो डायबिटीज के रिस्क को बढाती है.


सिंगापुर में ड्यूक-एनयूएस मेडिकल स्कूल के शोधकर्ताओं की स्टडी में ये पता चला कि रेड मीट और चिकन का सेवन करने में और डायबिटीज के होने का खतरा बहुत बढ़ जाता है.


रेड मीट और चिकन से जुड़ा डायबिटीज का खतरा फि‍श डायट से रिप्लेस करने से कम हो सकता है.


डायबिटीज के मरीज ध्यान रखें इन बातों का-
इस संबंध में एबीपी न्यूज ने न्यूट्रि‍शनिस्ट डॉ. डिंपल शर्मा से बात की. डॉ. डिंपल ने बताया कि किसी भी डायबिटिक पेशेंट के लिए कैलोरी काउंट रखना बहुत जरूरी होता है. आप दिनभर में कितनी कैलोरी ले रहे है, इस पर ध्यान देना जरूरी है. साथ ही फाइबर डायट भी डायबिटीक पेशेंट्स के लिए अहम रोल अदा करती है. दरअसल, रेड मीट और चिकन में फैट इंटेक बहुत ज्यादा होता है. इससे कॉलेस्ट्रॉल भी बढ़ता है. ऐसे में रेड मीट और चिकन डायबिटीक पेशेंट्स के लिए अच्छा नहीं माना जाता.


इसलिए हो सकता है डायबिटीज का खतरा-
डॉ. डिंपल आगे बताती हैं कि चिकन और रेड मीट से होने वाले डायबिटीज के खतरे की तो ये बिल्‍कुल सही है, क्योंकि ये हाई कैलोरी फूड है. साथ ही सैचुरेटिड फैट फूड होने की वजह से इससे कॉलेस्ट्रॉल भी हाई होता है. चिकन और रेड मीट के अधिक सेवन से डायबिटीज के अलावा गाउट की समस्या होने का खतरा भी बहुत बढ़ जाता है. साथ ही यूरिक एसिड बढ़ने का खतरा भी रहता है. ऐसे में ये रिसर्च बिल्कुल सही है.


नहीं करते एक्टिविटी तो हो सकती हैं ये बीमारियां-
अगर आप रोजाना हाई कैलोरी डायट लेते हैं और फीजिकल एक्टिविटी बहुत कम करते हैं तो आपको कई बीमारियां होने का खतरा रहेगा. लेकिन आप अगर हैवी वर्कआउट करते हैं तो हाई कैलोरी आसानी से बर्न हो जाती है. ऐसे में बहुत ज्यादा चिकन खाने और रेड मीट खाने से डायबिटीज, हाई कॉलेस्ट्रॉल, गाउट, यूरिक एसिड की समस्या होना आम बात है. अगर नॉनवेज के साथ एल्कोहल लेते हैं तो ये समस्यासएं और भी गंभीर हो सकती हैं.


फैमिली हिस्ट्री होने पर रहता है दुगुना खतरा-
जिन लोगों की फैमिली हिस्ट्री में किसी को डायबिटीज या कॉलेस्ट्रॉल है तो उन्हें हाई कैलोरी डायट लेने से इन बीमारियों के होने का खतरा अधिक बढ़ जाता है.


नोट: ये रिसर्च के दावे पर हैं. ABP न्यूज़ इसकी पुष्टि नहीं करता. आप किसी भी सुझाव पर अमल या इलाज शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें.