ब्रिटेन के बैथ विश्वविद्यालय और किंग्स कॉलेज लंदन के वैज्ञानिकों ने पहली बार रक्त शर्करा ग्लूकोस और अल्जाइमर बीमारी के बीच एक अहम आणविक संबंध की पहचान की है.
उन्होंने दिखाया है कि अत्यधिक मात्रा में ग्लूकोस उस अहम एंजाइम को नष्ट कर देता है, जो अल्जाइमर के शुरूआती चरणों से बचाव के साथ जुड़ा होता है.
असामान्य तौर पर बढ़ा हुआ रक्त शर्करा का स्तर या हाइपरग्लाइकेमिया मधुमेह और मोटापे की एक सर्वविदित वजह है लेकिन अल्जाइमर से इसके संबंध के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है.
अल्जाइमर में असामान्य प्रोटीन दिमाग में एक किस्म की परत बना देते हैं, जिससे मस्तिष्क को नुकसान पहुंचता है.
वैज्ञानिक पहले भी यह जानते थे कि ग्लूकोस और उसके टूटने पर बनने वाले उत्पाद ग्लाइकेशन नामक प्रक्रिया के जरिए कोशिकाओं के प्रोटीनों को नष्ट कर सकते हैं लेकिन ग्लूकोस और अल्जाइमर के बीच के विशिष्ट आणविक संबंध को समझा नहीं जा सका था.
यह अध्ययन ‘साइंटिफिक रिपोर्ट्स’ नामक जर्नल में प्रकाशित किया गया.