पीरियड्स के दौरान महिलाओं को कई सारी शारीरिक दिक्कतों को सामना करना पड़ता है. पेट के निचले हिस्से में ऐंठन के साथ-साथ जांघों और पीठ में तेज दर्द होता है. पीरियड्स के दौरान कई महिलाओं को कम तो कई महिलाओं को ज्यादा ब्लीडिंग होती है. हालांकि कुछ महिलाएं ऐसी होती हैं, जो अपनी अवधि के दौरान जरूरत से बहुत ज्यादा ब्लीड करती हैं. ज्यादातर महिलाएं हैवी ब्लीडिंग को नॉर्मल समझकर इग्नोर करने लगती हैं. जबकि आपको यह मालूम होना चाहिए कि पीरियड्स के दौरान शरीर से कितना ब्लड निकलना हेल्दी पीरियड के लिहाज से सही है. पीरियड्स के दौरान ज्यादा ब्लड निकलने की दिक्कत को मेडिकली 'मेनोरेजिया' कहा जाता है. आज हम उन लक्षणों के बारे में बात करेंगे, जिनपर गौर करके आप इस बात का पता लगा सकती हैं कि आपकी ब्लीडिंग नॉर्मल है या नहीं.
1. हैवी ब्लीडिंग: हर महिला का पीरियड साइकिल अलग-अलग होता है. किसी को कम तो किसी को ज्यादा ब्लीडिंग की समस्या होती है. हालांकि अगर आप हर एक-दो घंटे में पैड या टैम्पोन बदलने पर मजबूर होती हैं, तो यह चिंता की बात है. अगर आप एक दिन में 4-5 पैड बदलती हैं तो यह नॉर्मल माना जाता है.
2. बड़े-बड़े ब्लड क्लॉट: अगर पीरियड्स के दौरान खून के बड़े-बड़े थक्के बार-बार निकलते हैं तो यह इस बात का संकेत है कि आपके पीरियड्स नॉर्मल नहीं हैं. ऐसे लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना बेहतर रहेगा.
3. ज्यादा दिनों तक पीरियड्स होना: अगर आप यह महसूस कर रही हैं कि आपके पीरियड्स ज्यादा दिनों तक चल रहे हैं तो बिना लापरवाही किए तुरंत अपने डॉक्टर से इस बारे में बात करें. वैसे आमतौर पर महिलाओं को ज्यादा से ज्यादा 7 दिनों तक पीरियड्स होते हैं. अगर आपको इससे ज्यादा दिनों तक हो रहे हैं तो यह चिंता की बात हो सकती है.
4. थकान और कमजोरी: ज्यादा ब्लड निकलने से आपके शरीर में खून की कमी हो सकती है और एनीमिया हो सकता है. एनीमिया की वजह से शरीर में कमजोरी, थकान और ध्यान केंद्रित करने में मुश्किल होती है.
5. सांस लेने में दिक्कत या चक्कर आना: ज्यादा ब्लीडिंग की वजह से आपको चक्कर आ सकते हैं और सांस लेने में दिक्कत हो सकती है. ऐसे लक्षण बॉडी में ऑक्सीजन की सप्लाई कम होने का संकेत देते हैं.
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों और सुझाव पर अमल करने से पहले डॉक्टर या संबंधित एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें.
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