Tomato Health Risk: टमाटर का इस्तेमाल ज्यादातर भारतीय अपने घरों में करते हैं. रोजाना बनने वाली अधिकतर सब्जियों में इसको खासतौर से डाला जाता है. कई लोग इसको सलाद बनाकर खाने के साथ भी खाते है. टमाटर कैलोरी में कम और पोषण से भरपूर होता है. इसमें विटामिन C, फास्फोरस, कैल्शियम और पोटैशियम जैसे जरूरी पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो कई गंभीर बीमारियों से बचाने का काम करते हैं. पोषक तत्वों से भरपूर इस सुपरफूड के कई स्वास्थ्य लाभ हैं.
हालांकि जैसे किसी भी चीज़ के फायदे और नुकसान दोनों होते हैं. उसी तरह टमाटर का ज्यादा सेवन भी नुकसानदायक साबित हो सकता है. अगर इसके कुछ फायदे हैं तो कुछ नुकसान भी हैं. इन्हें ज्यादा मात्रा में खाने से कुछ दुष्प्रभाव हो सकते हैं. बहुत ज्यादा टमाटर खाने के आम दुष्प्रभावों में से एक लाइकोपीन का ओवरडोज है. यहां हम टमाटर के ज्यादा सेवन से होने वाले 5 बुरे प्रभावों के बारे में बात करेंगे, जिनको ध्यान में रखकर आपको अपने स्वास्थ्य को प्रति एहतियात बरतना है.
एसिडिटी की समस्या
टमाटर एसिडिक होते हैं, जो आपके पेट में ज्यादा गैस्ट्रिक एसिड का बनाने का काम करते हैं. बहुत ज्यादा टमाटर खाने से सीने में जलन या एसिड रिफ्लक्स की समस्या पैदा हो सकती है. जो लोग पाचन से जुड़ी परेशानी या जीईआरडी (गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स बीमारी) के लक्षणों से पीड़ित हैं, उन्हें टमाटर का सेवन कम करना चाहिए.
जोड़ों का दर्द
टमाटर के ज्यादा सेवन से जोड़ों के दर्द और एडिमा की समस्या पैदा हो सकती है. ऐसा इसलिए क्योंकि टमाटर में सोलनिन नाम का अल्कलॉइड होता है. ये जोड़ों में सूजन और दर्द की वजह बन सकता है. टमाटर टीशूज़ में कैल्शियम बनाता है, जो आगे सूजन की परेशानी का कारण बन सकता है.
एलर्जी और संक्रमण
टमाटर में पाया जाने वाला तत्व हिस्टामाइन त्वचा पर चकत्ते या एलर्जी की परेशानी पैदा कर सकता है. इसलिए अगर आपको टमाटर से एलर्जी है तो इसका सेवन कम मात्रा में करें या पहले डॉक्टर से सलाह ले लें. क्योंकि ज्यादा सेवन आपकी परेशानी को और ज्यादा बढ़ा सकता है. मुंह, चेहरे और जीभ पर सूजन, गले में संक्रमण जैसी एलर्जी का एहसास हो सकता है. दूसरे शब्दों में कहें तो अगर आपको टमाटर से एलर्जी है तो इसे छूने से भी आपकी त्वचा में सूजन और जलन की दिक्कत पैदा हो सकती है.
किडनी से जुड़ी समस्याएं
किडनी की बीमारी वाले लोगों को टमाटर का सेवन बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं करना चाहिए. क्योंकि इनमें पोटेशियम की मात्रा ज्यादा होती है. टमाटर, टमाटर सॉस, टमाटर सूप और टमाटर से बनने वाले बाकी खाद्य पदार्थों के सेवन से खुद को बचाने से खून में हाई पोटेशियम के स्तर को कम करने में मदद मिल सकती है, जो किडनी की गंभीर समस्याओं की वजह बन सकता है.
लाइकोपेनोडर्मिया
लाइकोपेनोडर्मिया एक ऐसी स्थिति है, जहां किसी व्यक्ति के खून में लाइकोपीन की ज्यादा मात्रा त्वचा के मलिनकिरण का कारण बन सकती है. लाइकोपीन एक पॉवरफुल एंटीऑक्सीडेंट है, जो टमाटर में प्रचुर मात्रा में पाया जाता है. यह आपके हेल्थ को नुकसान नहीं पहुंचाएगा. लेकिन बहुत ज्यादा टमाटर खाने से बुरे प्रभाव पड़ सकते हैं.
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