प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज करना चाहिए या नहीं ये पर्सन टू पर्सन डिपेंड करता है. कुछ महिलाओं को डॉक्टर बेड रेस्ट बोलते हैं तो वहीं कुछ को कहते हैं कि एक्सरसाइज बेहद जरूरी है. गर्भावस्था के किसी भी ट्राइमेस्टर में एक्सरसाइज शुरू कर सकते हैं. लेकिन सबसे जरूरी है कि आदत को बनाए रखना. अगर आप प्रेग्नेंसी से पहले उतनी एक्टिव नहीं थी लेकिन प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज करना चाहती हैं. तो शुरुआत में हल्का एक्सरसाइज करें. गर्भावस्था के दौरान डॉक्टर हमेशा आसान वाली एक्सरसाइज करनी चाहिए.
प्रेग्नेंसी के दौरान एक्सरसाइज करते वक्त इन बातों का रखें ख्याल
अपने शरीर की सुनें: यदि आपको चक्कर, थकान, सांस की तकलीफ या दिल की धड़कन तेज महसूस हो तो व्यायाम करना बंद कर दें.
हाइड्रेटेड रहें: व्यायाम करने से पहले, दौरान और बाद में खूब पानी पिएं.
अधिक गर्मी से बचें: गर्म या आर्द्र मौसम में व्यायाम न करें और गर्म टब में न भिगोएं.
हद से ज्यादा न थके: थकावट की हद तक व्यायाम न करें.
कम वजन चुनें: यदि आप वजन प्रशिक्षण कर रहे हैं, तो कम वजन और मध्यम से उच्च दोहराव का उपयोग करें.
प्रेग्नेंसी के दौरान आप ये एक्सरसाइज कर सकते हैं
स्कवाट: यह नॉर्मल डिलीवरी में काफी ज्यादा अच्छा होता है. यह एक्सरसाइज करने से पेल्विक मसल्स फ्लेक्सिबल होती है. जिससे नॉर्मल डिलीवरी हो जाती है. यह एक्सरसाइज करने के लिए आप दीवार का सहारा भी ले सकते हैं. हाथों को सीधा रखते हुए पैरों को खोलकर खड़े हो जाए. कूल्हे के बल हवा में बैठने का प्रयास करें. इसे 10 मिनट तक रोजाना करें.
कीगल: कीगल एक्सरसाइज नॉर्मल डिलीवरी के लिए बेस्ट एक्सरसाइज है. इससे पेल्विक मसल्स फ्लेक्सिबल होता है. प्रेग्नेंसी के दौरान होने वाले तनाव को भी कम करता है. इसमें आरामदायक स्थिति में बैठे और आंखें बंद कर लें. यूरिन का प्रेशर बनाकर थोड़ी देर रखें. इसमें 3-5 सेकंड रहने की कोशिश करें.
बटरफ्लाई: बटरफ्लाई तितली आसन को कहते हैं. इससे भी पेल्विक मसल्स मजबूत रहता है. जो नॉर्मल डिलीवरी के लिए अच्छा होता है. इसके लिए सबसे पहले फर्श बैठ जाएं और दोनों पैरों के पंजों से जोड़ लें. इस आसन को आप 10 मिनट तक कर सकते हैं.
ये भी पढें: डायबिटीज मरीज सर्दियों में रोजाना खाएं ये हरी पत्तियां, फायदे जानकर हो जाएंगे हैरान
योग और मेडिटेशन: योग और मेडिटेशन के कारण लोग मानसिक तौर पर मजबूत बनते हैं. यह दिमाग को रिलैक्स करने का काम करती है. इससे स्ट्रेस भी कम होता है. इससे पीठ का दर्द और एंग्जायटी ठीक होती है.
ये भी पढें: पीरियड्स के दौरान क्या आपको भी होता है सिरदर्द? हो सकते हैं माइग्रेन के लक्षण
वॉकिंग: जो महिलाएं अपनी प्रेग्नेंसी के तीसरे महीने में है उन्हें आधे घंटे जरूर वॉक करना चाहिए. इससे उनकी मसल्स मजबूत होती है. कई मामलों में डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए. क्योंकि हाई रिस्क में एक्सरसाइज नहीं करना चाहिए. क्योंकि यह खतरनाक साबित हो सकता है.
Disclaimer: खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.
ये भी पढें: Microwave Oven Day 2024 : क्या वाकई माइक्रोवेव बना सकता है बीमार, जानें इससे जुड़े Myths and Facts