शरीर से पसीना निकलना एक अच्छी बात है. पसीना हमारे शरीर के तापमान को नियंत्रित रखता है. लेकिन, अगर ठंड के मौसम में जरूरत से ज्यादा पसीना निकले तो यह किसी गंभीर बीमारी के लक्षण हो सकते हैं. लखनऊ के 'केयर इंस्टीट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज' की एमडी फिजिशियन डॉक्टर सीमा यादव ने बताया कि सर्दियों में पसीना किन वजह से आता है और ये किन गंभीर बीमारियों का संकेत हो सकता है. हमारे शरीर का औसत तापमान 98 से 98.8 फारेनहाइट तक नॉर्मल माना जाता है. तापमान 100 से ज्यादा होने पर हमें बुखार आ जाता है. टेंपरेचर का बढ़ना खतरे की घंटी हो सकता है


सर्दियों में क्यों आता है पसीना?


डॉ सीमा ने बताया कि सर्दियों में ज्यादा पसीना आने से हमारे शरीर के एस्ट्रोजन लेवल पर असर पड़ता है. इससे हमारे दिमाग में हलचल होती है. कई बार मन उदास या टेंशन लेने से भी ऐसा हो जाता है. डॉ सीमा ने बताया कि सर्दियों में लोग पकोड़े या गरम मसालेदार खाना ज्यादा पसंद करते हैं. जिसकी वजह से भी पसीना आने लगता है. परंतु ये पसीना केवल कुछ समय के लिए होता है. अगर आपको जरूरत से ज्यादा पसीना आ रहा हो तो तुरंत डॉक्टर को संपर्क करना चाहिए. उन्होंने बताया कि इसका कारण लो शुगर लेवल, मैनोपोज, मोटापा, हाइपरहाइड्रोसिस या लो ब्लड प्रेशर भी हो सकता है. 


जरूरत से ज्यादा पसीना हो सकता है इन बीमारियों का संकेत


लो बीपी


 सर्दियों में पसीना आना लो ब्लड प्रेशर का संकेत हो सकता है. ब्लड प्रेशर कम होने की वजह से व्यक्ति को हार्ट अटैक भी हो सकता है, दरअसल, ठंड के मौसम में ब्लड प्रेशर कम होने की वजह से हृदय तक खून पहुंचाने वाली धमनियों में कैल्शियम की मात्रा अधिक होने लगती है और वह बंद होने लगती है. इसलिए व्यक्ति को पसीना आता है और हार्ट रेट अचानक बढ़ता है.


हाइपरहाइड्रोसिस


हाइपरहाइड्रोसिस एक ऐसी बीमारी है जिसमें रोगी को किसी भी मौसम में अत्यधिक पसीना आने लगता है. इस बीमारी में चेहरे के साथ-साथ हथेलियों और तलवों में खूब पसीना आता है. वैसे शरीर का तापमान नियंत्रित रखने के लिए पसीना आना जरूरी होता है लेकिन, जरूरत से ज्यादा पसीना हथेलियों, तलवों और चेहरे पर आए तो समझ जाइए कि व्यक्ति हाइपरहाइड्रोसिस का शिकार है.


शुगर लेवल में कमी 


शरीर में यदि शुगर लेवल कम होने लगे तो इसकी वजह से भी पसीना आता है. एक स्वस्थ व्यक्ति का नार्मल शुगर लेवल खाली पेट 1 डेसीलीटर खून में तक़रीबन 70 से 100 मिलीग्राम होना चाहिए. यदि इससे कम शुगर लेवल हो जाए तो पसीना आना शुरू हो जाता है.


मैनोपॉज 


45 या 50 साल की उम्र दराज महिलाओं में यदि सर्दियों के दौरान पसीना निकलने लगे तो यह मेनोपॉज के संकेत हो सकते हैं. दरअसल, मेनोपॉज की शुरुआत में महिला के शरीर में हार्मोनल गतिविधियां होती हैं जिसके चलते ज्यादा पसीना आता है.


मोटापा 


मोटापे की वजह से भी लोगों को सर्दियों में पसीना आता है. यदि शरीर में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा हो जाए तो इसकी वजह से पसीना आने लगता है.


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