कुछ दिन पहले एक अजीबोगरीब रिसर्च सामने आई थी कि पुरुषों में Y क्रोमोसोम गायब हो रहे हैं. जोकि एक चिंता का विषय है. अब एक और रिसर्च सामने आई है कि पुरुषों में एक्सट्रा Y क्रोमोसोम मिली है. यह गंभीर बीमारी ऑटिज्म होने के जोखिम को बढ़ाती है. रिसर्च में यह भी खुलासा किया गया है कि एक्सट्रा Y के कारण ही पुरुषों में ऑटिज्म का खतरा काफी ज्यादा बढ़ रहा है.
बायोलॉजिकल जेंडर का निर्धारण क्रोमोसोम करती
सेक्स क्रोमोसोम किसी व्यक्ति के बायोलॉजिकल जेंडर का निर्धारण करते हैं. पुरुष आमतौर पर अपनी कोशिकाओं में XY क्रोमोसोम रखते हैं. जबकि महिलाओं में XX क्रोमोसोम होते हैं. हालांकि, कुछ व्यक्तियों में असामान्य संख्या में X या Y क्रोमोसोम होते हैं, जैसे कि XXY या XYY. जो एक आनुवंशिक स्थिति है जिसे 'सेक्स क्रोमोसोम एन्यूप्लोइडी' के रूप में जाना जाता है. ऑटिज्म एक तंत्रिका-विकासात्मक स्थिति है. जिसमें व्यक्ति दोहरावपूर्ण व्यवहार प्रदर्शित करता है तथा सामाजिक कौशल प्रभावित होते हैं. अध्ययन के अनुसार यह महिलाओं की तुलना में पुरुषों में लगभग चार गुना अधिक पाया गया है. जो इस विषम अनुपात में एक मजबूत लिंग पहलू को दर्शाता है.
ऑटिज्म और डेवलपमेंटल मेडिसिन इंस्टीट्यूट. अमेरिका के वैज्ञानिकों सहित वैज्ञानिकों ने असामान्य सेक्स क्रोमोसोम वाले लोगों में ऑटिज्म के निदान को देखा और पाया कि जिन लोगों में एक अतिरिक्त वाई क्रोमोसोम XYY या XXY - था. उनमें ऑटिज्म का निदान होने की संभावना दोगुनी थी. शोधकर्ताओं के अनुसार एक अतिरिक्त एक्स क्रोमोसोम होने से ऑटिज्म के जोखिम पर कोई असर नहीं पड़ता.
इस रिसर्च में 1 लाख 77 हजार लोगों को शामिल किया गया था
टीम ने 1,77,416 रोगियों पर आनुवंशिक और ऑटिज्म निदान डेटा का विश्लेषण किया. जिनमें से 350 में असामान्य सेक्स क्रोमोसोम थे. इसके अलावा, XYY क्रोमोसोम होने से XXY होने की तुलना में ऑटिज्म का जोखिम अधिक पाया गया. अध्ययन के निष्कर्ष हाल ही में नेचर कम्युनिकेशंस पत्रिका में प्रकाशित हुए थे. लेखकों ने कहा कि अध्ययन के परिणामों ने वाई क्रोमोसोम से जुड़े जोखिम कारक का सुझाव दिया, जो कि एक्स क्रोमोसोम से जुड़े सुरक्षात्मक प्रभाव के विपरीत है.
शोध क्षेत्र में ‘महिला सुरक्षात्मक प्रभाव’ नामक एक प्रमुख सिद्धांत के अनुसार. एक्स गुणसूत्र द्वारा प्रदान की गई सुरक्षा महिलाओं में ऑटिज्म के जोखिम को कम करने के लिए माना जाता है. लेखकों ने कहा कि अध्ययन के निष्कर्षों ने वाई गुणसूत्र पर ऑटिज्म जोखिम कारकों की तलाश करने की आवश्यकता की ओर इशारा किया.
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बजाय इसके कि खुद को एक्स गुणसूत्र द्वारा प्रदान की गई सुरक्षा तक सीमित रखा जाए. उन्होंने वाई गुणसूत्र से जुड़े विशिष्ट ऑटिज्म जोखिम कारकों की पहचान करने के लिए आगे के शोध का आह्वान किया. सिमंस फाउंडेशन पॉवरिंग ऑटिज्म रिसर्च (स्पार्क) अध्ययन और मायकोड कम्युनिटी हेल्थ इनिशिएटिव, दोनों अमेरिका में शामिल किया गया था.
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